अनुदेशक धरना
बस्ती: जिला कल्याण एसोसिएशन के बैनर तले जनपद बस्ती के जिला कार्यकारणी एवं समस्त अनुदेशकों के द्वारा से जारी क्रमिक अनशन को आगे बढ़ते हुए जिलाध्यक्ष प्रमोद कुमार पांडे के नेतृत्व में शास्त्री चौक पर शांतिपूर्वक बैठकर अपने हक की लड़ाई को जारी रखा प्रदेश उपाध्यक्ष पवन कुमार मिश्रा ने बताया कि हम अनुदेशकों का मानदेय 17000 रुपए प्रति माह के साथ 9% ब्याज की दर से हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी भाजपा सरकार हम लोगों को नहीं दे रही है और हम लोगों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ रही है प्रमोद कुमार पांडे जिलाध्यक्ष ने बताया कि हम अनुदेशकों की नियुक्त में ₹7000 प्रति माह की दर से हुई थी वर्तमान समय में हम लोगों का ₹9000 प्रति माह मिल रहा है जो बहुत ही अल्प है ,इस भीषण महंगाई में हम अनुदेशकों एवं अपने आश्रित लोगों का भरण पोषण कर पाना संभव नहीं है |जनपदीय मंत्री रमाकांत चौधरी ने बताया कि सरकार हम अनुदेशकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है| माननीय मुख्यमंत्री जी के ट्विटर हैंडल से भी हम अनुदेशकों को मानदेय 17000 रुपए देने की घोषणा की गई थी परंतु अभी तक हम अनुदेशकों को अभी तक इसका लाभ नहीं मिल रहा है| यदि सरकार हम अनुदेशकों को मानदेय 17000 रुपए प्रति माह की दर से नहीं देती है एवं नियमितीकरण नहीं करती है तो आने वाले दिनों में इससे भी बड़ा आंदोलन करने के लिए हम अनुदेशक बाध्य होगें| जिला महामंत्री जितेंद्र रावत के अनुसार जब अनुदेशकों की नियुक्ति हुई थी तो जनपद में कुल 407 अनुदेशक थे किंतु वर्तमान समय में 357 अनुदेशक कार्यरत हैं सरकार के शोषण और अत्याचार नीतियों के चलते 50 अनुदेशक नौकरी छोड़ चुके हैं | इस अनशन के माध्यम के प्रदेश के समस्त सांसदों से कहना चाहते हैं कि इस मामले को 14 नवंबर तक सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए निस्तारण नहीं कराया गया तो प्रदेश के समस्त खेल अनुदेशक आगामी सांसद खेल महाकुंभ में प्रतिभा नहीं करेगा| क्रमिक अनशन का समाधान आगामी रविवार की रणनीति एवं अध्यक्ष की घोषणा के साथ समाप्त हुई। पवन मिश्र,चंन्द्र मुखी वर्मा, दीनानाथ निषाद, राजकुमार गौतम, अरुण साहू, कृपा शंकर मिश्र, राजवंत वर्मा आदि उपास्थि रहें।
परिषदीय अनुदेशकों की पुकार हमारी भी सुनो सरकार, गांधी जी की प्रतिमा रखकर कर्मिश अनशन जारी
बस्ती: जिला कल्याण एसोसिएशन के बैनर तले जनपद बस्ती के जिला कार्यकारणी एवं समस्त अनुदेशकों के द्वारा से जारी क्रमिक अनशन को आगे बढ़ते हुए जिलाध्यक्ष प्रमोद कुमार पांडे के नेतृत्व में शास्त्री चौक पर शांतिपूर्वक बैठकर अपने हक की लड़ाई को जारी रखा प्रदेश उपाध्यक्ष पवन कुमार मिश्रा ने बताया कि हम अनुदेशकों का मानदेय 17000 रुपए प्रति माह के साथ 9% ब्याज की दर से हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी भाजपा सरकार हम लोगों को नहीं दे रही है और हम लोगों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ रही है प्रमोद कुमार पांडे जिलाध्यक्ष ने बताया कि हम अनुदेशकों की नियुक्त में ₹7000 प्रति माह की दर से हुई थी वर्तमान समय में हम लोगों का ₹9000 प्रति माह मिल रहा है जो बहुत ही अल्प है ,इस भीषण महंगाई में हम अनुदेशकों एवं अपने आश्रित लोगों का भरण पोषण कर पाना संभव नहीं है |जनपदीय मंत्री रमाकांत चौधरी ने बताया कि सरकार हम अनुदेशकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है| माननीय मुख्यमंत्री जी के ट्विटर हैंडल से भी हम अनुदेशकों को मानदेय 17000 रुपए देने की घोषणा की गई थी परंतु अभी तक हम अनुदेशकों को अभी तक इसका लाभ नहीं मिल रहा है| यदि सरकार हम अनुदेशकों को मानदेय 17000 रुपए प्रति माह की दर से नहीं देती है एवं नियमितीकरण नहीं करती है तो आने वाले दिनों में इससे भी बड़ा आंदोलन करने के लिए हम अनुदेशक बाध्य होगें| जिला महामंत्री जितेंद्र रावत के अनुसार जब अनुदेशकों की नियुक्ति हुई थी तो जनपद में कुल 407 अनुदेशक थे किंतु वर्तमान समय में 357 अनुदेशक कार्यरत हैं सरकार के शोषण और अत्याचार नीतियों के चलते 50 अनुदेशक नौकरी छोड़ चुके हैं | इस अनशन के माध्यम के प्रदेश के समस्त सांसदों से कहना चाहते हैं कि इस मामले को 14 नवंबर तक सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए निस्तारण नहीं कराया गया तो प्रदेश के समस्त खेल अनुदेशक आगामी सांसद खेल महाकुंभ में प्रतिभा नहीं करेगा| क्रमिक अनशन का समाधान आगामी रविवार की रणनीति एवं अध्यक्ष की घोषणा के साथ समाप्त हुई। पवन मिश्र,चंन्द्र मुखी वर्मा, दीनानाथ निषाद, राजकुमार गौतम, अरुण साहू, कृपा शंकर मिश्र, राजवंत वर्मा आदि उपास्थि रहें।
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