अनुदेशकों ने अपनी मांगों को लेकर राष्ट्रपति को खून से लिखा पत्र Instructors wrote a letter in blood to the President regarding their demands
बस्ती: आज परिषदीय अनुदेशक कल्याण एसोसिएशन के बैनर तले जनपद बस्ती के जिला कार्यकारणी एवं समस्त अनुदेशकों के द्वारा 2 अक्टूबर 2023 से जारी क्रमिक अनशन को आगे बढ़ते हुए जिलाध्यक्ष प्रमोद कुमार पांडे के नेतृत्व में शास्त्री चौक पर शांतिपूर्वक बैठकर अपने हक की लड़ाई को जारी रखा जिला अध्यक्ष जी के द्वारा महामहिम राष्ट्रपति महोदया एवम प्रधानमंत्री भारत सरकार और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को खून से लिखा प्रत्र कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार अनुदेशक को नियमित करने की कृपा करें जहां उत्तर प्रदेश सरकार हिंदुत्व और सनातन धर्म की बात करती है वहीं जनपद के अनुदेशक शारीरिक मानसिक सामाजिक और आर्थिक सरकार के द्वारा शोषण किया जा रहा है जहां आज सांसद महा कुंभ का शुभारंभ हो रहा हैं वही उत्तर प्रदेश के लाचार एवं पीड़ित अनुदेशक आज के अवसर पर अपनी लाचारी व्यथा कार्मिक अनशन के माध्यम से सरकार को बताना चाह रहा है
जिला उप अध्यक्ष सनोज कन्नौजिया ने बताया कि सरकार हम अनुदेशकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है| माननीय मुख्यमंत्री जी के ट्विटर हैंडल से भी हम अनुदेशकों को मानदेय 17000 रुपए देने की घोषणा की गई थी परंतु अभी तक हम अनुदेशकों को अभी तक इसका लाभ नहीं मिल रहा है| यदि सरकार हम अनुदेशकों को मानदेय 17000 रुपए प्रति माह की दर से नहीं देती है एवं नियमितीकरण नहीं करती है तो आने वाले दिनों में इससे भी बड़ा आंदोलन करने के लिए हम अनुदेशक बाध्य होगें| जिला महामंत्री अलका रानी के अनुसार जब अनुदेशकों की नियुक्ति हुई थी तो जनपद में कुल 407 अनुदेशक थे किंतु वर्तमान समय में 357 अनुदेशक कार्यरत हैं सरकार के शोषण और अत्याचार नीतियों के चलते 50 अनुदेशक नौकरी छोड़ चुके हैं |
दीनानाथ निषाद ने कहा कि कर्मिक अनशन के माध्यम से हम सरकार को यह संदेश देना चाहते हैं कि जब तक हमारी मांग नहीं मानी जा रही तब तक हमारा क्रमिक अनशन आगामी रविवार की रणनीति एवं अध्यक्ष की घोषणा के साथ समाप्त होगी |
सनोज कन्नौजिया, दीनानाथ निषाद,अलका रानी , दिव्या श्रीविस्तीवा , चंन्द्रमुखी वर्मा, अलकारानी,इंदु, दिव्या,सुनीता यादव,,रीता वर्मा, ,चंद्रमुखी वर्मा, सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
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