मुख्तार अंसारी के सामने भाजपा ने अशोक सिंह को बनाया उम्मीदवार
मऊ/ सदर विधानसभा में बीजेपी ने कई दिनों से चले आ रहे अपने सभी अटकलों को दरकिनार करते हुए, भारतीय जनता पार्टी से अशोक सिंह को 5 बार से सदर के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को टिकट देकर मामले को और भी दिलचस्प बना दिया है। आपको बता दें कि बाहुबली मुख्तार अंसारी अशोक सिंह के भाई की हत्या समेत उनके गवाह को मरवा देने के मामले में जेल में बंद हैं और जिसकी सुनवाई एमपी एमएलए कोर्ट में लंबित है।
मऊ दंगे के आरोप में जेल में 2005 से बंद सदर के MLA Mukhtar Ansari जिसने 2009 में अशोक सिंह के भाई यूपी के ए श्रेणी के ठेकेदार अजय प्रकाश सिंह उर्फ मन्ना की अदावत में हत्या अपने गुर्गों करा दी थी। ठेकेदार मन्ना सिंह जब वह अपने कार्य से लौटकर घर आ रहे थे, शहर के अति व्यस्ततम इलाके गाजीपुर तिराहे पर स्थिति यूनियन बैंक नरई बांध के सामने मुख्तार के गुर्गों ने उन्हें घेर कर गोलीयों से छलनी कर दिया था। अस्पताल ले जाते समय ठेकेदार मन्ना सिंह की रास्ते में मौत हो गई। इस मामले में Mukhtar Ansari ने अजय प्रकाश सिंह के पहले गवाह राम सिंह मौर्य समेत उनके सरकारी गनर पुलिस आरक्षी की हत्या 2010 में थाना दक्षिण टोला स्थित आरटीओ ऑफिस पर गोलियों से भून दिया गया था। इस मामले में भी Mukhtar Ansari आरोपी बने और अशोक सिंह इस मामले के गवाह बने। भाई के हत्याकांड में आरोपी सदर विधायक मुख्तार अंसारी गवाहों के पक्षद्रोही हो जाने के कारण बाहुबली विधायक स्थानीय अदालत से तो बच गया लेकिन हाईकोर्ट में पुनः विचार के लिए ले लिया वही दूसरे पहली हत्या के प्रथम गवाह राम सिंह मौर्य और उनके गनर की हत्या के मामले में अशोक सिंह गवाह है, और इस मामले में मुकदमा अदालत में लंबित है।अब देखना होगा कि मुख्तार अंसारी के 25 साल से सदर सीट के कब्जे को क्या बीजेपी भेंद पाएग ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
गौरतलब हो कि 1996 से मऊ जिले के सदर विधानसभा में चुनाव लड़ने आए बाहुबली मुख्तार अंसारी 5 बार से चुनाव जीतकर इस सीट पर काबिज है और उन्हें हराने के हर बार सभी पार्टियों के दांव फेल हो जाते हैं जबकि मुख्तार अंसारी दल हो या निर्दल, हमेशा भले ही जीत का कम अंतराल हो उसमें बाजी मार कर अपने विपक्षियों के होश फाख्ता कर देते हैं। विधानसभा 2022 का आगाज भी हो चुका है और छठवीं बार बाहुबली विधायक Mukhtar Ansari ने बांदा जेल में इस महासमर के लिए अपने अदालत से अनुमति प्राप्त कर पर्चे मंगवा जेल से पर्चा दाखिल की कार्रवाई शुरू कर दी है। ऐसे में देखना होगा कि भाजपा के अशोक का किस तरह से काट यह बाहुबली विधायक अपने राजनीति के दांव-पेचों से देता है, यह आने वाले 10 मार्च के मतगणना के पश्चात ही क्या तो होगा।
Post a Comment