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श्री राम जन्मभूमि के भव्य मंदिर निर्माण से पूर्व तैयार हो जाएगा गुरु वशिष्ठ का दिव्य मंदिर, तुलसी पीठाधीश्वर जगत गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज करेंगे प्राण प्रतिष्ठा The divine temple of Guru Vashishtha will be ready before the construction of the grand temple of Shri Ram Janmabhoomi


 


यूपी: अयोध्या में बन रहे भगवान श्री राम जन्मभूमि के भव्य मंदिर निर्माण से पूर्व बस्ती में उनके गुरु वशिष्ठ जी का दिव्य मंदिर बन कर तैयार हो जाएगा। जिले के वशिष्ठ आश्रम परिसर बढ़नी मिश्र में निर्माणाधीन मंदिर में इसी वर्ष 24 अक्टूबर को विधि विधान पूर्वक एक भव्य समारोह में तुलसी पीठाधीश्वर जगत गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज द्वारा महर्षि वशिष्ठ के मूर्ति  की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होगी जिसमे उनके उत्तराधिकारी आचार्य राम चन्द्र दास जी महाराज सहित देश के अनेक साधु, संत, महंत उपस्थित रहेंगे।

आज वशिष्ठ आश्रम पर आयोजित एक प्रेस वार्ता में जगत गुरु स्वामी रामभद्राचार्य के शिष्य  राना दिनेश प्रताप सिंह , ऊ नमो राघवाय दामोदर मिश्र सेवा समिति के अध्यक्ष सतीश मिश्र, संतोष मिश्रा ने उक्त जानकारी देते हुए बताया है कि हम लोगों के साथ दस सदस्यीय एक प्रतिनिधि मण्डल ने कल 28 मार्च को चित्रकूट धाम स्थित तुलसी पीठ में जगतगुरू स्वामी रामभद्राचार्य जी से मुलाकात करने के बाद कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया गया।  जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी इस मंदिर के आजीवन संरक्षक हैं जिनके संरक्षण में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पूर्व भी अनेक सांस्कृतिक,धार्मिक कार्यक्रम और यात्राएं आयोजित होंगी।

आगे बताया कि जगतगुरू जी के निर्देश पर इस मंदिर में गुरु वशिष्ठ जी,माता अरुंधती जी तथा भगवान श्री राम चारो भाइयों के साथ विद्यार्थी के रूप में विराजमान होंगे। बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री एवम सांसद बस्ती  हरीश द्विवेदी तथा विधायक अजय सिंह ने पर्यटन मंत्री जयबीर सिंह को पत्र लिखकर वशिष्ठ आश्रम के विकास हेतु अनुरोध किया था जिसकी कार्यवाही शासन स्तर पर चल रही है। राना दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि वशिष्ठ आश्रम को श्री राम सर्किट से जोड़ने की मांग भी की गई है जिससे जहां एक तरफ बस्ती का गौरव बढ़ेगा वहीं पर्यटन और रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार बस्ती के बढ़नी में महर्षि वशिष्ठ का आश्रम था जहां अयोध्या नरेश महाराज दशरथ ने अपने चारो पुत्रों राम, लक्ष्मण, भरथ तथा शत्रुघ्न को विद्याध्ययन के लिए भेजा था। यहीं पर विद्यार्थी के रूप में उन्हें शस्त्र और शास्त्र की शिक्षा दीक्षा मिली थी। इसी कारण इस जिले का नाम वशिष्ठि पड़ा था जो कालांतर में अपभ्रंश होकर बस्ती हो गया। देश और दुनिया में फैले वशिष्ठ गोत्र के ब्राह्मण कुल की उत्पति स्थली बढ़नी मिश्र ही है। जिले में 12 गांवों में फैले वशिष्ठ गोत्रीय मिश्र वंश के लोग आज भी निवास करते हैं। बस्ती जिले का नाम वशिष्ठ नगर किए जाने के लिए जनपद स्तर पर कई बार उत्तर प्रदेश शासन को प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है। 

इस अवसर पर मीडिया प्रभारी विकास मिश्रा, आशुतोष मिश्रा, मयंक श्रीवास्तव, विजय श्रीवास्तव, चंद्र मणि मिश्र,रत्नेश मिश्र,आदि मौजूद रहे ।

                    

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