मरने के बाद भी आदर्श शिक्षक की भूमिका निभा गए जनार्दन सिंह मौर्य
नगर पंचायत मिहींपुरवा के टीचर्स कॉलोनी निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक का सोमवार को निधन हो गया। इस पर मृतक शिक्षक के परिवार के लोगों ने मृत शरीर को अध्ययन के लिए मेडिकल कॉलेज को दान कर दिया। क्षेत्र के लोग सेवानिवृत्त शिक्षक के इस कार्य की सराहना की है।
कहा जाता है कि देश और समाज के निर्माण में शिक्षक की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। वह मरने के बाद भी लोगों को एक उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। इस बात को साबित किया है मिहीपुरवा नगर पंचायत टीचर्स कालोनी निवासी शिक्षक जनार्दन सिंह मौर्य ने टीचर कालोनी निवासी जनार्दन सिंह मौर्य प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। इनके पढ़ाये हुए बच्चे देश के विभिन्न विभागों ,संस्थानों में सेवा दे रहे हैं।
मोतीपुर थाना क्षेत्र के नगर पंचायत मिहींपुरवा के टीचर्स कालोनी निवासी जनार्दन सिंह मौर्य (91) का सोमवार को निधन हो गया। दोपहर में शिक्षक के निधन का समाचार सुनकर लोगों में शोक फैल गई। सेवानिवृत्त शिक्षक के निधन की सूचना उनके पुत्र ने तहसील प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग को दी। मृतक शिक्षक के बेटे सत्य प्रकाश मौर्य ने बताया कि पिता जी ने जीवित रहते ही मृत शरीर को मेडिकल के छात्रों को शोध के लिए देने की बात परिवार से कही थी। जिस पर सोमवार को निधन होने पर मृत शरीर को शोध के लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन को सौंप दिया गया है। सेवानिवृत्त शिक्षक के मृत शरीर को मेडिकल कॉलेज प्रशासन को सुपुर्द कर दिया गया है
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