प्रदेश में बढ़ाया जा रहा तमंचा संस्कृति को आगे- बलिया में बरसे अखिलेश यादव
अखिलेश यादव के निशाने पर केंद्र और प्रदेश की योगी मोदी सरकार नए संसद के उद्घाटन से लेकर महंगाई बेरोजगारी और हत्या पर जमकर किया कटाक्ष।
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव स्व० हेमंत यादव की श्रद्धांजलि एवं परिवार से शोक संवेदना प्रकट करने पहुंचे उनके गांव जहां पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा उत्तर प्रदेश जंगलराज तो कम है अभी जो नगर निकाय का चुनाव था वह कूड़े और नाली का था प्रदेश के मुख्यमंत्री उनके उपमुख्यमंत्री उनके नेता सब जगह बता रहे थे कि गुंडे हैं अपराधी हैं तमंचा आज हम लोग जानना चाहते हैं जनता जानना चाहती है तमंचा को आगे बढ़ाने के लिए अपराध की घटनाओं को आगे बढ़ाने के लिए और तमंचा संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए क्यों मदद कर रही है सरकार अपराधियों की आज उत्तर प्रदेश में जितने भी अपराधी हैं भारतीय जनता पार्टी उनका संरक्षण दे रही है और बलिया में तो खुलेआम संरक्षण दे रही है क्या सरकार इसीलिए बनती है अगर कोई न्याय मांगता है तो उसे न्याय ना मिले अधिकारी किसके इशारे पर काम कर रहे हैं क्या अधिकारी केवल चुनाव जिताने के लिए है बेईमानी करने के लिए है क्या ट्रेनिंग में यही सिखाया जाता है पॉलीटिकल पार्टी को कैसे आप खुशामद करेंगे उसके पक्ष में माहौल बनाएंगे यह नौजवान आगे बढ़ना चाहता था इसकी हत्या भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर हुई है और उनके इशारे पर अगर हत्या नहीं होती तो अपराधी कैसे खुलेआम घूम रहे हैं जो पुलिस देख रही है जांच कर रही है वह भेदभाव कर रही है भविष्य में भी न्याय नहीं मिलेगा इस सरकार में जिस सरकार मे न्याय ना मिले उस सरकार को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं। उत्तर प्रदेश ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बनाया है यहां पर बिजली कितनी महगी है प्राइवेट कंपनियों को लाइसेंस दे करके पूरा बलिया का गेहूं खरीदवा दिया सरकार ने सरसों का तेल और रिफाइंड जो गरीब खा रहे हैं कीमत बढ़ी कि नहीं बढ़ी है सलेन्डर चार सौ पांच सौ में मिलता था हमारे मुख्यमंत्री दावा करते हैं बेरोजगारी केवल 100 में चार ही बेरोजगार हैं यह झूठ बोलती है सरकार उत्तर प्रदेश में बेरोजगार घूम रहा है और आप नई बिल्डिंग बना रहे हैं पूरा उत्तर प्रदेश में छुट्टा जानवर घूम रहे हैं प्रधानमंत्री ने कहा था कि छुट्टा जानवर हम खत्म कर देंगे पूरे सड़क पर छुट्टा साड़ बैठे हुए हैं डीजल पेट्रोल का क्या कीमत है लोकसभा में आप बैठे है और विपक्ष का कोई मान सम्मान नहीं लोकतंत्र में विपक्ष का मान सम्मान नही तो किस बात के लिए लोकतंत्र है लोकसभा में कम से कम सच तो बोलो लोकतंत्र का वह मंदिर है अगर उसको मंदिर मानते हैं तो आप सच्चे आंकड़े क्यों नहीं देते हैं आप झूठे आंकड़े क्यों पेश करते हैं दो बार जनता ने सरकार बना दिया क्या किसी गरीब को सरकारी अस्पताल में इलाज मिल जाएगा जो हमने 100 नंबर दिया था उसको 112 करके बर्बाद कर दिया।
Post a Comment