नगर मजिस्ट्रेट और पुलिस क्षेत्राधिकारी ने आरटीओ ऑफिस पर की छापेमारी
नगर मजिस्ट्रेट और पुलिस क्षेत्राधिकारी ने आरटीओ ऑफिस पर की छापेमारी
तीन संदिग्ध लोगों को पुलिस ने लिया हिरासत में
लगातार फैल रहे भ्रष्टाचार को लेकर पुलिस ने की कार्यवाही
डीएम के निर्देश पर कार्यालय में बुधवार को नगर मजिस्ट्रेट और पुलिस क्षेत्राधिकारी ने छापेमारी की। अधिकारियों को मौके पर देख परिसर में दाखिल दलाल दीवार कूदकर भागने लगे। तीन संदिग्धों को पुलिस टीम ने हिरासत में ले लिया है नगर मजिस्ट्रेट ने कार्यालय में मौजूद रजिस्टर की जांच की रजिस्टर में कई फर्जी लोगों के नाम मिले, जिस पर उसे कब्जे में ले लिया है। प्रशासन की इस कार्रवाई से दलालों में हड़कंप मच गया है।
सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय प्रशासन में दलालों का बोलबाला है। कार्यालय में पहुंचने वाले आवेदकों को बिना घूस के लाइसेंस नहीं बनते हैं। इतना ही नहीं आवेदकों के परिसर में पहुंचते ही दलाल उन्हें अपने चंगुल में फंसा लेते हैं।
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने टीम बनाकर छापेमारी के निर्देश दिए। डीएम के निर्देश पर बुधवार दोपहर में नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर और पुलिस क्षेत्राधिकारी राजीव सिसोदिया पुलिस टीम के साथ कार्यालय पहुंच गए। भारी पुलिस फोर्स को देख दलाल कार्यालय परिसर से दीवार कूदकर भाग गए। जबकि तीन संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया उनसे पूछताछ शुरू की, तीनों संदेश कार्यालय में तैनात नहीं मिले।
इसके बाद नगर मजिस्ट्रेट और सीओ ने कार्यालय के बाहर बने दुकानदारों से पूछताछ की रजिस्टर भी देखें। रजिस्टर में कई लोगों के नाम अंकित मिले, जिनके कोई कागजात नहीं उपलब्ध थे। जिस पर रजिस्टर को सीओ सिटी और नगर मजिस्ट्रेट ने अपने कब्जे में ले लिया। एआरटीओ कार्यालय में छापेमारी को लेकर शाम तक हड़कंप मचा रहा। इस दौरान एआरटीओ प्रशासन राजीव कुमार सिंह, आरटीओ ओपी सिंह समेत अन्य कर्मचारी और अधिकारी शामिल रहे। इस मामले में नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि डीएम के निर्देश पर छापेमारी की गई है छापेमारी रिपोर्ट सौंप दी गई है, आगे की कार्रवाई डीएम द्वारा की जाएगी
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