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हाल-ए-दास्तां, आजमगढ़, अतरौलिया अस्पतालः बिजली पानी नहीं मिला तो हो सकती है स्वास्थ्य सेवाएं ठप

रिर्पोट-शैलेन्द्र शर्मा




आजमगढ़ में 100 शैया संयुक्त जिला चिकित्सालय के डॉक्टर स्टाफ नर्स व कर्मचारियों ने अस्पताल परिसर से निकलकर सड़क मार्ग से पैदल चलते हुए सीधे पावर सब स्टेशन पर पहुंचे। और बिजली ना मिलने से आक्रोशित होकर उपकेंद्र पर उपस्थित एसएसओ से उनकी झड़प होने लगी।


ऐसे में पावर सब स्टेशन पर सुबह 10:30 बजे तक कोई भी जिम्मेदार उपस्थित नहीं रहा जिसके चलते डॉक्टरों ने भारी नाराजगी जताते हुए विरोध प्रदर्शन किया। डॉक्टर हम्मीर सिंह ने बताया कि अस्पताल परिसर में विगत 1 हफ्ते से विद्युत आपूर्ति बाधित है।जिसके चलते हम लोग सही तरीके से ओपीडी व इमरजेंसी सेवाएं नहीं देख पा रहे हैं।


ऑपरेशन के मरीजों को सबसे अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वही अस्पताल के रेजिडेंशियल इलाके विद्युत आपूर्ति ना होने से पानी की सबसे बड़ी किल्लत सामने आई है।जिसके चलते लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है। अस्पताल के सीएमएस द्वारा किसी तरह से 2 घंटे जनरेटर चलाकर अस्पताल की विद्युत आपूर्ति बहाल की जा रही है।


उन्होंने कहा कि यदि बिजली विभाग द्वारा कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई तो स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी हो जाएंगी जिसके चलते मरीजों को अस्पताल से बाहर करना पड़ेगा। ऑपरेशन के मरीजों के जख्म में सड़न होने लगेंगे। वही डॉक्टर भी अपनी सेवाएं ठप कर सकते हैं।


अस्पताल की स्टाफ नर्स ने बताया कि हम लोगों द्वारा 200 बेड के अस्पताल में निरंतर सेवाएं दी जाती हैं। ऐसे में विद्युत व्यवस्था खराब होने से कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। डिलीवरी से लेकर ऑपरेशन तक के मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे बड़ी समस्या रेजिडेंशियल इलाके में पानी के लिए हो रही है। पावर सब स्टेशन पर कोई भी जिम्मेदार नहीं मिला जिससे कि शिकायत की जाए। अगर इसी तरह विद्युत व्यवस्था रही तो डॉक्टर अपना दायित्व कैसे निर्वाह करेंगे।

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