Bahraich news : बर्दिया में बाघ के हमले में घायल किसान से मेडिकल कॉलेज में इलाज के नाम पर लिए गए 14000, किसान के पोते ने दिया शिकायती पत्र,की जांच की मांग
बर्दिया में बाघ के हमले में घायल किसान से मेडिकल कॉलेज में इलाज के नाम पर लिए गए 14000,
किसान के पोते ने दिया शिकायती पत्र,की जांच की मांग
बहराइच जिले के फकीरपुरी गांव निवासी एक किसान पर 30 सितंबर को बाघ ने हमला कर दिया था। किसान का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है आप है कि मेडिकल कॉलेज में ऑपरेशन के नाम पर 14000 और दवा के लिए 1500 रूपये स्वास्थ्य कर्मियों ने ले लिया। इसका खुलासा वन विभाग द्वारा मुआवजे के लिए रसीद मांगे जाने पर हुआ। घायल के परिवार के सदस्य ने प्राचार्य और डीएम को पत्र देकर कार्यवाई की मांग की है।
मेडिकल कॉलेज से संबद्ध महर्षि बालार्क जिला चिकित्सालय में ग्रामीणों से किस तरह लूट मची है। इसकी बानगी देखने के लिए किसी भी दिन जिला अस्पताल जाया जा सकता है। गांव से आने वाले मरीजों से इलाज के नाम पर हजारों रूपये लेने के साथ दवा का भी भुगतान जमा कराया जा रहा है। ऐसे में स्थिति मेडिकल कॉलेज की काफी खराब होती जा रही है। चाहकर भी गरीब इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में नहीं जा रहा है।
कुछ यही हाल जिले के सुजौली थाना क्षेत्र के फकीरपुरी गांव बाबूराम के साथ हुई। 30 सितंबर को गांव में धान के फसल की रखवाली करते समय बाघ ने किसान पर हमला कर दिया था। गंभीर हालत में किस को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल रेफर किया गया था।
सीएमएस डॉ एमएम त्रिपाठी, प्राचार्य और डीएम को दिए गए शिकायती पत्र में घायल के पोते कमलेश कुमार ने कहा कि बाबा के पैर का आपरेशन करने के लिए विनोद कुमार नामक कर्मचारी ने 1400 रूपये की मांग की। साथ ही दवा के लिए 1500 रूपये मांगा। इलाज के लिए कुल 15500 रूपये दे दिया गया। इसके बाद डॉक्टर ने मेडिकल कॉलेज में बाबा का आपरेशन किया। लेकिन उसकी रसीद भी नहीं दी है। ऐसे में वह काफी परेशान है।
वन विभाग ने मांगी रसीद, तब खुला पोल
बाघ और तेंदुए के हमले पर वन विभाग मुआवजा देता है। इलाज का खर्च देता है। पीड़ित ने वन विभाग से इलाज के लिए मुआवजा की मांग की। तब परिवार के लोगों ने रसीद की मांग डॉक्टर से की, रसीद नहीं मिला। इस पर इलाज के लिए घूस लेने का खुलासा हुआ
सरिया डालने का है फीस, कराएंगे जांच
किसी भी ग्रामीण से इलाज के लिए अगर पैसे की मांग की जाती है तो वह लोग तुरंत उनके मोबाइल पर फोन कर शिकायत करें जिस संबंध के विरुद्ध कार्रवाई की जा सके अगर ऑपरेशन के दौरान पैर में स्टील की कोई सरिया डाली गई है तो उसकी फीस निर्धारित है।
सीएमएस को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इलाज का जो फीस है, उसकी रसीद उपलब्ध कराई जाएगी। परिवार को परेशान होने की जरूरत नहीं है...डॉक्टर संजय खत्री प्राचार्य।
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