यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में प्रश्नपत्र आउट होने को लेकर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, रद्द करने की मांग Demonstration of candidates regarding question paper being out in UP Police recruitment exam, demand for cancellation
सोनभद्र: यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में प्रश्नपत्र आउट होने को लेकर आज सोनभद्र के कलेक्ट परिसर में छात्राओं ने नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर कार्यवाई का मांग की। छात्राओं ने आरोप लगाया की यूपी पुलिस परीक्षा में धधाली होने के साथ पेपर भी लीक हुआ है, इसलिए इस परीक्षा को निरस्त करके दोबारा परीक्षा कराया जाना सही होगा। उल्लेखनीय की 17 व 18 फरवरी 2024 को उत्तर प्रदेश पुलिस परीक्षा के लिए सूबे में कई लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। यह परीक्षा पूरे प्रदेश में 60240 पदों के लिए रखी गई थी। उसके साथ ही पुलिस भर्ती एवं पदोन्नति बोर्ड द्वारा यह परीक्षा कराया जा रहा था। पेपर लिख मामले की सूचनाए जैसे ही प्राप्त हुई, उसे लेकर परीक्षार्थियों में काफी आक्रोश है। इसे लेकर आज कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचकर छात्राओं ने प्रदर्शन किया और नारेबाजी भी की। यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में प्रश्नपत्र आउट होने को लेकर आज सोनभद्र के लोढ़ी स्थित कलेक्ट्रेट परिसर में छात्राओं ने नारेबाजी की उसके साथ ही जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर कार्यवाई का मांग किया। छात्राओं ने आरोप लगाया की यूपी पुलिस परीक्षा में धधाली होने के साथ पेपर भी लीक हुआ है, इसलिए इस परीक्षा को निरस्त करके दोबारा परीक्षा कराया जाना सही होगा। उल्लेखनीय की 17 व 18 फरवरी 2024 को उत्तर प्रदेश पुलिस परीक्षा के लिए सूबे में कई लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। यह परीक्षा पूरे प्रदेश में 60240 पदों के लिए रखी गई थी। उसके साथ ही पुलिस भर्ती एवं पदोन्नति बोर्ड द्वारा यह परीक्षा कराया जा रहा था। पेपर लिख मामले की सूचनाए जैसे ही प्राप्त हुई, उसे लेकर परीक्षार्थियों में काफी आक्रोश है। इसे लेकर आज कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचकर छात्राओं ने प्रदर्शन किया और नारेबाजी भी की। सोनभद्र कलेक्ट्रेट पर पहुंचे प्रदर्शन कर रहे परीक्षार्थियों से बात किया गया तो उन्होंने कहा की हम लोग जो प्रदर्शन कर रहे है वह मामला उत्तर प्रदेश पुलिस की जो भर्ती धधाली की गई है उसका मामला है। परीक्षार्थियों ने आरोप लगाया की 2018 में एक बार वैकेंसी आई थी उसके बाद 5 वर्ष में जो 60240 बच्चों के लिए वैकेंसी आई है उसमें 48 लाख लोगों ने फॉर्म भरा है। जिसे पुलिस विभाग द्वारा चार मीटिंग में परीक्षा कराई गई। जिसमें 17 फरवरी में जो दूसरी मीटिंग पेपर हुआ और 18 फरवरी को जो दूसरी मीटिंग पेपर हुआ वह परीक्षा से करीब चार घंटे पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अगर यह एक लाख बच्चों को भी डाटा मिल गया होगा तो जो पढ़ने वाले बच्चे हैं उनके भविष्य का क्या होगा। हम लोग जो प्रदर्शन कर रहे है तो हम लोगों की यही मांग है कि हम लोगों की परीक्षा दोबारा कराई जाए। अगर पारदर्शिता की बात की जाए तो देखा जा सकता है की किस प्रकार से पारदर्शिता बरती जा रही है कि पेपर होने से 4 घंटे पहले ही पेपर सोशल मीडिया पर दौड़ने लग रहा है। जो भी गड़बड़ी हो रही है उसे सरकार मानने के लिए तैयार नहीं है। हम लोग यही मांग कर रहे हैं कि जो भी पुलिस की परीक्षा हुई उसे रद्द करके दोबारा परीक्षा कराई जाए। हम लोग इतने दोनों से मेहनत कर रहे हैं लेकिन परीक्षा में धांधली हो गई परीक्षा को रद्द करके दोबारा से परीक्षा कराई जाए।
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