बानपुर न्यू पीएचसी में पेयजल की किल्लत से जूझ रहे हैं स्टाफ, मरीज व तीमारदार
कुदरहा,बस्ती अज़मत अली: विकास क्षेत्र कुदरहाके न्याय पंचायत बानपुर न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर दो साल से समरसेबुल का मोटर खराब है। टंकी भी फटी है अब तक व्यवस्था नहीं दुरस्त हुई जिससे शुध्द पेयजल की किल्लत बरकरार है। बाहर से मरीजों व उनके साथ आने वाले तीमारदारों के लिए शौचालय की व्यवस्था भी बदहाल है।
न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बानपुर में आने वाले मरीज एवं तीमारदारों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। अस्पताल परिसर में एक हैंडपंप चालू स्थिति में है जिसके सहारे काम चलता है।अस्पताल कर्मचारियों के कई शिकायतों के बाद भी पेयजल संकट की इस गंभीर परेशानी से छुटकारा दिलाने को लेकर जिम्मेदार उदासीन हैं। पीएससी बानपुर पर प्रतिदिन करीब ढेरों की संख्या में मरीज आते रहते हैं। इस दौरान तीमारदारों व अस्पताल स्टाफ को मिलाकर यहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहते हैं। इसके बावजूद पेयजल से लेकर शौचालय तक की व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल है। परिसर में लगे एक हैंड पंप पर ही पेयजल आपूर्ति के लिए पूरा पीएससी निर्भर है। तकरीबन 2 साल से बंद पड़ा समरसेबुल अभी तक नहीं बना जिसके चलते पेयजल के साथ ही पीएससी में शौचालय में भी पानी का संकट बना हुआ है। शौचालय में पानी की कमी से शौचालय से बदबू आता है। पीएससी के ऊपर लगी पानी की टंकी भी क्षतिग्रस्त हो गई है। वाटर सप्लाई की समस्या से मरीजों व तीमारदारों के साथ ही डाक्टरों व स्टाफ को भी काफी परेशानी हो रही है। मरीज नूरजहां ने बताया की अस्पताल में शुद्ध पानी की व्यवस्था न होने से मार्केट से बोतल का पानी खरीद कर लाना पड़ता है जिससे जेब खर्च पर बोझ पडता है। न्यू बानपुर पीएचसी पर नियुक्त फार्मासिस्ट देवेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि हमारे यहाँ पहली बात तो पेयजल की बहुत समस्या है और दूसरी समस्या यहाँ पर दो सालों से इनवर्टर नहीं लग पा रहा है। गर्मी मे बेना डोलाकर किसी तरह से गर्मी को काटे है और काम चलाए है। इन्होंने यह भी बताया कि प्रभारी चिकित्साधिकारी कुदरहा फैज वारिश को इसकी सूचना दी गई है कि बोरिंग लगा हुआ है कम से कम मोटर तो सही करा दीजिये थोडा पाइप की भी समस्या है। कम से कम एक टंकी सही हो जाए तो अस्पताल की कुछ व्यवस्था सही हो जाए। किसी कर्मचारी का पेट खराब हो जाए तो वह बाहर जाए या तो नदी पर जाए। फार्मासिस्ट देवेंद्र कुमार ने यह भी बताया कि दवा की व्यवस्था कराने में एमोआइसी कुदरहा का कोई सहयोग नहीं मिल पा रहा है और जो दवा मंगाने का मार्ग व्यय पड़ता है वह मुझे जेब से वहन करना पड़ता है। न्यू बानपुर पीएचसी कर्मचारी स्वीपर रियाज अहमद ने भी बताया कि मै अपने तरफ से पूरी साफ - सफाई रखता हूँ। पानी न रहने की वजह से तमाम दिक्कतें आ रही हैं। पानी न रहने की वजह से शौच के लिए बाहर से पानी लाना पड़ता है। पुरुष वार्ड में फैन छतिग्रस्त हो गया है। दो साल से समरसेबुल खराब पडा है जो अभी तक नहीं बना।
इस संबंध में प्रभारी चिकित्साधिकारी डा० फैज वारिश ने बताया कि समरसेबुल का मोटर आके रखा है। उसको 30 -10-2022 के पहले लगवा दिया जाएगा। बजट न होने के कारण मै अपने पैसे से लगवा रहा हूँ।
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