नदी में मां-बेटी ने लगाया छलांग, नाविकों ने ऐसे बचाया
जयप्रकाश बर्नवाल
बलिया जिला के उभांव थाना क्षेत्र के तुर्तीपार रेलवे पुल से शनिवार की प्रातः में मां बेटी ने घाघरा नदी में छलांग लगा दी। मां बेटी को डूबता देख आसपास के नाविकों ने अदम्य साहस का प्रदर्शन करते हुए उन्हे डूबने से बचा लिया। सूचना पर मौके पर पहुंची 112 डायल पुलिस ने मां बेटी से पूछताछ कर घटनास्थल पर पहुंचे उनके परिजनों को सौप दिया।
बलिया जनपद के सिकन्दरपुर थाना क्षेत्र के डूहा बिहरा निवासी अजय वर्मा की पत्नी तारा देवी (48) व पुत्री अन्नू (23 वर्ष) किसी बात से नाराज होकर शनिवार को अपने घर से निकल गई। सिकन्दरपुर से सुबह वह सरयू नदी (घाघरा नदी) पर बने तुर्तीपार रेलवे पुल पर जा पहुंची। नाराजगी का आलम यह रहा कि उन्होंने इस दौरान अपनी इहलीला समाप्त करने की सोच ली। खुदकुशी की नियत से मां बेटी बिना एक पल गवाएं तुर्तीपार पुल से घाघरा नदी में छलांग लगा दी। परन्तु कहावत है कि जाको राखे सांइया, मार सके ना कोय। यह कहावत उस समय चरितार्थ हुई जब उन्हें नदी में कूदा देख आसपास के नाविक उन्हें बचाने में अपनी जान की बाजी लगा दी। नाविकों ने इस दौरान उफनती नदी में अदम्य साहस का परिचय देते हुए मां बेटी को डूबने से बचा लिया। उन्होंने उन दोनों को अपनी नाव पर बिठाकर नदी के बाहर लाए। इस दौरान ग्रामीणों ने 112 नम्बर डायल कर पुलिस को बुला लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मां बेटी से पूछताछ के बाद सिकन्दरपुर थाना के डूहा बिहरा निवासी उनके परिजनों को इसकी सूचना दी। घटनास्थल पहुंचे महिला के पति अजय वर्मा से बातचीत के बाद लिखा-पढ़ी कर पुलिस ने उक्त मां बेटी को उनके हवाले कर दिया।
Post a Comment