मईपुर और मदरहवा पुरवा पर कटान लगातार जारी, मिनी सचिवालय का दीवार कटान में समाया
कुदरहा। बस्ती सदर तहसील के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बैडारी एहतमाली के मईपुर और महुआपार कला के मदरहवा पुरवा पर कटान लगातार जारी हैं। मंगलवार को मिनी सचिवालय का दीवार कटान में समा गया। मईपुर के ज्ञानचंद यादव के पक्के मकान से सरयू की धारा से सटकर बह रही हैं। गांव के लगभग 50 घरों के लोग गृहस्थी के समान सुरक्षित स्थान पहुचा रहें हैं। बाढ़ खंड और जिला प्रशासन कटान को रोकने के लिए परकूपाइन और बम्बूकैरेट कटान रोकने का प्रयास कर रहा हैं। प्राथमिक विद्यालय पर बनाए गए राहत शिविर में शाम होते ही अंधेरे में डूब जाता है।
सरयू नदी का कटान रुक रुक कर बुधवार को भी जारी रहा। पिछले तीन दिनों से मईपुर बडकापुरवा पर कटान तेज हो गया है। मंगलवार को मिनी सचिवालय का पिछला दीवार कटान में समाहित होने से गांव के लोगों में भय व्याप्त हो गया। मिनी सचिवालय के करीब ज्ञानचंद यादव के पक्के मकान से सरयू नदी की धारा सटकर बह रही हैं। ज्ञानचंद घर गृहस्ती का सामान व परिवार को तटबंध के उत्तर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिए हैं। ज्ञानचंद ने बताया कि कई सालों की कड़ी मेहनत के बाद दो कमरा और एक वसारा का पक्का मकान बनाकर तैयार किया था अभी मकान तैयार हुए 2 साल भी नहीं हुआ की सरयू नदी की कटान में समाहित होने के कगार पर पहुँच गया। मईपुर-तटबंध लिंक मार्ग के दक्षिण बसे दीपचंद राधेश्याम लालमती रामभुज रामबृक्ष महेंद्र पासवान हीरालाल रामभेज मिठाई लाल रंगीलाल संतराम रमेश सहित लगभग तीन दर्जन लोगों ने अपने मकान को खाली कर सामान को नात रिश्तेदारी व किराए के मकान में सुरक्षित कर दिया। प्रशासन द्वारा प्राथमिक विद्यालय को बाढ़ शिविर बनाया गया है। कटान को रोकने के लिए लखीमपुर खीरी और नेपाल से आए हुए मजदूर रात को प्राथमिक विद्यालय में बनाए गए बाढ़ शिविर में विश्राम करते हैं। मजदूरों द्वारा बताया गया कि जनरेटर की व्यवस्था नहीं होने से शाम होते ही शिविर में अंधेरा छा जाता है जिससे जहरीले जानवरों का हमेशा डर बना रहता है। बाढ़ खंड व जिला प्रशासन द्वारा मदरहवा और मईपुर गांव को कटान से बचाने के लिए लगातार परकूपाइन और बम्बू कैरेट में प्लास्टिक की बोरी में ईट और मिट्टी झाड़ झंखाड़ डालकर सरयू नदी के कटान को रोकने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन सफलता नहीं मिल रही हैं।
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