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राष्ट्रीय चेतना के प्रवर्तक थे श्यामा प्रसाद मुखर्जी-सत्येन्द्र सिंह भोलू

 


बस्ती । रविवार को रुधौली विधानसभा क्षेत्र के हनुमानगंज मण्डल के गोठवा ग्राम सभा में भारतीय जनता पार्टी द्वारा जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जन्म दिवस पर आयोजित गोष्ठी का आयोजन किया गया।  मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य  सत्येंद्र सिंह भोलू रहे  ने कहा कि डॉ. मुखर्जी उस राष्ट्र चेतना के प्रवर्तक थे, जिन्होने भारत को केवल भूगोल नहीं, एक संकल्प के रूप में देखा। उनके चिंतन में भारत की एकता थी, और उनके संघर्ष में राष्ट्र की अखंडता का संकल्प।
कहा कि “एक देश, एक विधान, एक प्रधान” यह कोई राजनीतिक नारा नहीं, भारत के स्वाभिमान की वह वाणी थी, जिसे उन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर अमर किया। कहा कि जिस धारा से डॉ. मुखर्जी ने विचारों का दीप जलाया, उसी वैचारिक प्रकाश में भारतीय जनता पार्टी की नींव पड़ी। भाजपा केवल सत्ता का माध्यम नहीं, सेवा, राष्ट्रवाद और सांस्कृतिक अस्मिता का जीवंत संकल्प है। यह वही विचार है, जो कहता है कि राष्ट्र सर्वोपरि है, संविधान की गरिमा सर्वोच्च है, और भारत की एकता अटूट है। उन्होंने  विस्तार पूर्वक बताया कि आज जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी  के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भरता से विकसित राष्ट्र की ओर अग्रसर है, तब डॉ. मुखर्जी जैसे महापुरुष हमारे वैचारिक पथप्रदर्शक और राष्ट्रनिर्माण की प्रेरणा हैं।
   कार्यक्रम का संचालन मण्डल महामंत्री सुधाकर सिंह ने किया।
गोष्ठी में आनन्द प्रताप सिंह, लालचंद विश्वकर्मा, हरेन्द्र पाल,अजय मिश्रा अजेय और वेदप्रकाश तिवारी ने भी अपने विचार रखे।
  इस दौरान पंकज सिंह, उमाशंकर सिंह पिंटू, अश्वनी सिंह, प्रेमचंद, सुभाष चंद्र,रामयज्ञ, रामविलास चौधरी,शिवकरन राजभर, सतीश राजभर,ओरी यादव, रामनरायण, जगन्नाथ यादव, राहुल चौधरी, अनवर अली, लालजी, विश्वनाथ, चंद्रशेखर, मायाराम, हरि प्रसाद ,छोटेलाल, दिनेश, भालचंद्र, रमेश,गोपाल, फूलचंद, विजय, शिवनाथ, हरदेव और गुरुदेव सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
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