जनपद को पालीथीन मुक्त क्षेत्र घोषित करने एवं पालीथीन के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की माँग को लेकर सौंपा ज्ञापन
बस्ती: जनपद को पालीथीन मुक्त क्षेत्र घोषित करने एवं पालीथीन के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की माँग को लेकर आज सामाजिक संस्था बस्ती विकास समिति के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि पालीथीन का अत्यधिक उपयोग पर्यावरण, पशु-पक्षियों तथा मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन चुका है। इसे रोकना समय की आवश्यकता है।
संस्थापक राहुल श्रीवास्तव ने कहा कि पालीथीन हमारे पर्यावरण की सबसे बड़ी शत्रु बन चुकी है। यह न केवल मिट्टी की उपजाऊ शक्ति को नष्ट कर रही है, बल्कि जल निकासी व्यवस्था को भी बाधित कर रही है। 75 माइक्रोन से कम मोटाई वाले बैग सितंबर 2021 से प्रतिबंधित हैं।
120 माइक्रोन से कम मोटाई वाले कैरी बैग दिसंबर 2022 से प्रतिबंध है। ये प्रतिबंध 20 माइक्रोन से कम वाली पॉलीथीन को भी कवर करते हैं। उन्होंने कहा कि हमें जनभागीदारी के माध्यम से बस्ती को पालीथीन मुक्त बनाने का संकल्प लेना चाहिए।
उपाध्यक्ष अंकुर वर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा 20 माइक्रॉन से कम मोटाई की पालीथीन पर पहले ही प्रतिबंध है, परंतु इसका पालन जमीनी स्तर पर नहीं हो पा रहा। प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और वैकल्पिक रूप से कपड़े व कागज़ के थैले को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
पवन वर्मा ने कहा कि पालीथीन से नालियाँ जाम हो रही हैं, पशु इसे खाकर बीमार पड़ रहे हैं। ऐसे में हमें अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।
ज्ञापन में माँग की गई है कि जनपद बस्ती को पूर्णतया पालीथीन मुक्त घोषित किया जाए। 20 माइक्राँन से कम मोटाई वाली पालीथीन के निर्माण, उपयोग, विक्रय, भंडारण, परिवहन एवं वितरण पर तत्काल पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। नगर निकायों और ग्राम पंचायतों को इस दिशा में कार्यवाही हेतु निर्देशित किया जाए। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में नियमित छापेमारी कर दोषियों पर दंडात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। जनमानस को जागरूक करने हेतु अभियान चलाए जाएं ताकि लोग कपड़े अथवा जूट के थैले अपनाने के लिए प्रेरित हों।
इस दौरान नरेंद्र सिंह, ऋषि मिश्र, सतेन्द्र मिश्र, रोहन श्रीवास्तव, अखिलेश त्रिपाठी, विनीत श्रीवास्तव, राजकुमार सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।


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