लालगंज थाना क्षेत्र के सभी मस्जिदों में ईद-उल-फितर की नमाज़ गुरुवार को
वकील अहमद सिद्दीकी
बनकटी: भारत में ईद-उल-फितर (ईद) त्यौहार का अपना-अलग ही महत्व है। जैसे आसमान में ईद का चाँद निकलता है। ईद की तैयारियां आरम्भ हो जाती है लालगंज थाना क्षेत्र के सभी मस्जिदों में ईद की नमाज वृहस्पतिवार को अदा की जायेगी । ईद में कई जगहों पर मेला भी लगता है। बच्चे ईद में बहुत खुश रहते है।और चारो तरफ उत्साह और खुशियों का माहौल बना रहता है। ईद के समय बाजार भी खूबसूरत तरीके से सज जाते है। लोग एक दूसरे के घरो में ईद के दावत में शरीख होते है। गरीब हो या अमीर सभी लोग दिल से ईद मनाते है। ईद के त्योहार को ईद-उल -फितर कहा जाता है। रमज़ान का पूरा महीना खत्म होने के बाद जिस दिन चाँद निकलता है। ,उसके बाद वाले दिन ईद मनाया जाता है। इस दिन मस्जिदों को खूब सजाया जाता है।
रमज़ान महीने के कठिन परिश्रम,बलिदान,आस्था और रोज़े के पश्चात ईद आता है। ईद का त्यौहार लोगो में प्रेम और भाईचारा का त्योहार होता है।
ईद के दिन लोग अपने परिवार वालो के साथ ख़ुशी ख़ुशी ईद मनाते है। इस दिन लोग नए-नए कपड़े पहनते है। ईद के दिन सभी घरो में सेवइयां बनती है। कई तरह के मीठे पकवान बनाये जाते है। ईद के दिन लोग नहाकर नए कपड़े पहनते है।और मस्जिद में जाकर नमाज़ पढ़ते हुए मुल्क में शांति व सलामति के लिए दुआ करते हैं । उसके बाद मस्जिद में सभी लोग मिलकर नमाज़ अदा करने के बाद सभी लोग भेद-भाव भूलकर एक दूसरे के गले लगते है। एक दूसरे के गले लगाकर लोग ईद मुबारक कहते है।
ईद के शुभ अवसर नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि ई. अरविन्द पाल, प्रमुख प्रतिनिधि रघुनाथ सिंह,जिपसा सुरेंद्र तिवारी,मंडलाध्यक्ष विवेकानन्द शुक्ला,अतहर हुसैन शाही,डा. अनिल मौर्या आदि लोगों ने ईद की मुबारक देते हुए कहा कि ईद प्रेम,दोस्ती और भाईचारे का पैगाम देती है।
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