UP News: यूपी के इस गांव के लोगों को है स्वच्छ पानी का इंतजार, समाजसेवी ने जनप्रतिनिधियों को लिखा पत्र
डेस्क: आजादी के बाद देश ने विकास को नए आयाम स्थापित किए हैं। जहाँ आज के समय में नये भारत का निर्माण हो रहा है, बुलेट ट्रेन की बात हो रही है, हर घर नल जल योजना के प्रचार प्रसार पर करोड़ों खर्च हो रहे हैं तो वहीं इस आधुनिक दौर में यूपी के गाजीपुर जनपद का नन्दगंज थाना के अन्तर्गत आने वाले शिकापुर गाँव के लोग स्वच्छ पानी को तरस रहे हैं।
इस गाँव में पानी तो बहुत है लेकिन ऐसा पानी नहीं है जिसको पिया जा सके । इस गाँव का पानी खारा है, बहुत सी बोरिंग हुई लेकिन परिणाम शून्य रहा। लगभग दो हजार की आबादी वाले इस शिकारपुर गाँव में मात्र दो हैंडपंप ऐसे हैं जिसका पानी कुछ पीने लायक है और मात्र इन दो हैंडपंप के सहारे पूरा गाँव अपनी प्यास कुछ हद तक बुझा पा रहा है । इंसान को छोड़िये पशु भी इस गाँव का पानी नहीं पीना चाहते, पशु को भी छोड़िये अगर आपने सब्जी की खेती की है और उस खेत में अगर आप यहाँ के पानी का इस्तेमाल करने लगे तब समझ लीजिये की उस फसल का जलना भी तय है।
इतना हानिकारक पानी अगर इंसाना पीता है तब उसके शरीर के अंदूरूनी हिस्से किस तरह से गलेंगे उसकी कल्पना आप कर सकते हैं। चिकित्सकों से भी विमर्श करने पर पता चलता है कि लंबे समय तक खारा पानी पीने से मूत्रालय, गुर्दे और फेफड़े का कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। वैसे भी एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर नौवाँ इंसान कैंसर की बीमारी से पीड़ित है।
भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से सम्मानित गाजीपुर के समाजसेवी सिद्धार्थ राय ने बताया कि यह गाँव मेरे संज्ञान में जब से आया है तभी से मैं इस गाँव के लोगों को राहत देने में लगा हूँ, मैं अपनी तरफ से समर सेबल पम्प लगवा दिया है और नल से पानी देने के काम पर लगा हूँ लेकिन यह काफी नहीं है ।
यहाँ की महिलायें, बच्चे बुजुर्ग हर कोई ठेले, साइकिल पर इतनी दूर से पानी लाद कर अपने घर अपने पीने, नहाने और पशुओं के लिये पानी लेकर जाते हैं। सुबह शाम लंबी लाइन लगी रहती है यहाँ पानी भरने के लिए। मैंने गाँव के लोगों के साथ मिल कर पूरे गाँव में शांति पूर्ण प्रदर्शन करने के लिये बोर्ड लगवा दिए हैं गाँव के लोग भी 77 साल से पानी का इंतजार करते करते अपनी उम्मीद खो चुके थे लेकिन अब हर कोई अपने गाँव को पानी दिलवाने के लिये संघर्ष कर रहा है ।
अगर जल्द इसका कोई निस्तारण नहीं हुआ तो मैं और पूरा गाँव पानी के साथ साथ अनाज का भी त्याग कर देंगे। लेकिन इस गाँव में पानी पीने योग्य लाकर रहेंगे। गाँव के लोगों ने नेताओं को आईना दिखलाने के लिये गाँव के चौराहे पर एक प्याऊ और कुर्सी लगा रखी है और एक बोर्ड लगा दिया है जिसपर लिखा है कि जब नेता जी आप हमारे गाँव आयेंगे तब आपको भी हम अपने गाँव का वही पानी पीला कर आपका स्वागत करेंगे। पूरा गाँव बहुत आक्रोशित है, सभी के स्वास्थ का सवाल है। गाँव के मनीष बिंद ने कहा कि हम युवा हैं और हम पढ़े लिखे युवा हैं, हम जानते हैं कि खारा पानी पीने से हमारे शरीर को किस प्रकार नुकसान पहुँचाता है। हमें पानी चाहिये ।
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