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वैश्विक नवाचार को पूरा करने के लिए भारत की ऊर्जा दृष्टि



विकसित भारत’ की स्‍वच्‍छ, समावेशी और ऊर्जा परितंत्र के लिए प्रमुख ऊर्जा व्‍यवसाय मंच तैयार


नई दिल्ली, 7 अगस्त 2025: भारत दुनिया के सबसे महत्वाकांक्षी स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के उपरिकेंद्र में है, एक लक्ष्य जो न केवल देश के आर्थिक भाग्य बल्कि वैश्विक जलवायु कथा को भी परिभाषित करेगी। जैसा कि देश ने 2030 तक 500 GW गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता और 2070 तक नेट-ज़ीरो उत्सर्जन (Net Zero Emissions) का लक्ष्य रखा है। इसके साथ ही एक मजबूत, डिजिटल और सबको शामिल करने वाली ऊर्जा प्रणाली बनाने का सपना भी देखा जा रहा है।


पावरजेन इंडिया और इंडियन यूटिलिटी वीक 2025 बिजली और उपयोगिता क्षेत्र के लिए एकल सबसे महत्वपूर्ण अभिसरण बिंदु के रूप में उभर कर सामने आया है। 2 से 4 सितंबर 2025 तक यशोबोमी, आईआईसीसी, द्वारका, नई दिल्ली में निर्धारित, संयुक्त कार्यक्रम भारत के प्रमुख ऊर्जा व्यापार प्लेटफॉर्म, राष्ट्रीय ऊर्जा नीति, तकनीकी नवाचार और वैश्विक निवेश प्रवाह को संरेखित करने के लिए रणनीतिक प्रवर्तक हैं।


माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत, भारत ने राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन, रिस्टेड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस), एनर्जी स्टोरेज लेवीबिलिटी गैप फंडिंग, और इलेक्ट्रिसिटी (संशोधन) बिल सहित परिवर्तनकारी नीति उपायों की एक श्रृंखला शुरू की है, जो सभी वाइकसित भारत रोडमाप को तेज करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।


भारत इलेक्ट्रिसिटी, पावरजेन इंडिया और इंडियन यूटिलिटी वीक 2025 इन सुधारों को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, जिसके लिए वे एक साथ आएंगे:


1। सरकार, उद्योग और वैश्विक बाजारों से 10,000 हितधारक

2. 120 नीति निर्माता, नियामक, और उच्च-स्तरीय संवादों में विचार नेताओं

3। 250 प्रदर्शकों ने स्वच्छ ऊर्जा, डिजिटल ग्रिड में नवाचार दिखाते हुए,

4। हाइड्रोजन, भंडारण और अगली-जीन प्रौद्योगिकियां

5। 12,500 वर्ग मीटर प्रौद्योगिकी डिस्प्ले और लाइव डेमो कल के पावर सिस्टम को आकार देने वाला लाइव


2047 ऊर्जा आउटलुक, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, भविष्य के बिजली बाजारों और परमाणु पर नवीनीकरण एकीकरण, ग्रिड लचीलेपन और उपभोक्ता-केंद्रित मॉडल पर तकनीकी मंचों पर गहरे-गोता सत्रों से, प्लेटफ़ॉर्म एक ज्ञान पावरहाउस और व्यापार उत्प्रेरक के रूप में काम करेंगे।


ENCIS (एनर्जी एंड क्लाइमेट इनिशिएटिव्स सोसाइटी) के महानिदेशक श्री अभिषेक भटनागर ने कहा:

“ ऊर्जा अब केवल विकास का आधार नहीं है, यह संप्रभुता, स्थिरता और सामाजिक समानता की नींव है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी जी के परिवर्तनकारी विजन के तहत भारत यह साबित करके वैश्विक ऊर्जा प्लेबुक को फिर से लिख रहा है कि आर्थिक विकास और जलवायु जिम्‍मेदारी सह-अस्तित्व में हो सकती है। भारत बिजली, पावरजेन इंडिया और इंडियन यूटिलिटी वीक एक कार्यक्रम से अधिक है, यह एक ऐसा अवसर है जहां विचार नीति बन जाते हैं, नीति कार्रवाई बन जाती है और कार्रवाई प्रभाव बन जाती है। यहां हम एक ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र के लिए रूपरेखा तैयार करते हैं जो हरित, समावेशी और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी है। आज हम जो विकल्प चुन रहे हैं, वह न केवल भारत के ऊर्जा भविष्य, बल्कि दुनिया के लिए ऊर्जा के भविष्य को परिभाषित करेगा। ”


दुनिया की सबसे बड़ी ऊर्जा इवेंट सीरीज़ का हिस्सा यह आयोजन केवल संवाद का मंच नहीं है बल्कि साझेदारी, तकनीकी सहयोग और निवेश को बढ़ावा देने वाला एक ठोस कदम है। इसका उद्देश्य भारत को एक "ग्रीन सुपरपावर" यानी स्वच्छ ऊर्जा महाशक्ति बनाना है।

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