सर जमीने जिभियांव में एक रोजा अजीमुश्शान जलसा व बज़्मे गौसुलवरा का इन्नकाद का हुआ आयोजन
कुदरहा,बस्ती अज़मत अली
सर जमीने जिभियांव में एक रोजा अजीमुश्शान जलसा व बज़्मे गौसुलवरा का इन्नकाद किया गया।
मंगलवार को नमाजे इशा के बाद कुदरहा विकास क्षेत्र के ग्राम पंचायत जिभियांव में एक रोजा अज़ीमुश्शान जलसा व बज्मे गौसुलवरा का आयोजन किया गया। जिसमे हजरत अल्लामा मौलाना बदरुद्दोजा नईमी साहब किबला, अलहाज डॉ शकील कादरी साहब किबला ने नबी के सीरत और गौस पाक के जीवन के बारे में विस्तार से बताया।
शायरों में अंबर मुशाहिदी ,अखलाख महबूबी,गौहर अशरफी,मोहम्मद नूरानी,रज्जब और फिदा हुसेन ने अपने कलाम से महफ़िल में समा बाँध दी।
रजा मस्जिद जिभियांव के इमाम मौलाना मेराज अहमद ने कुरान की आयतों को पढ़कर जलसे का आगाज किया। जलसे के ज़ेरे एहतमाम प्रधान प्रतिनिधि सदरूद्दीन रहे। वही जलसे की निजामत ताहिर रजा फैजी ने किया। जलसे की सदारत हजरत सैयद डॉक्टर शमीम साहब किबला ने किया।
मुसलमानों को एकजुट रहने के लिए ताहिर रजा फैजी ने एक शायरी सुनाई "छिटक छिटक कर बैठे हो क्या यह कब्रिस्तान है आओ सिमट कर बैठ जाए यह ख्वाजा का हिंदुस्तान है"
आकिफ रजा ने " जफा करने वाले जफा कर रहे हैं वफा करने वाले वफा कर रहे हैं जो बेगनिया रह में कांटे बिछाए नबी उसके हक में दुआ कर रहे हैं" पढ़कर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उसके बाद डॉक्टर नूरानी साहब किबला " गौसे आजम का खुदा है खुदाई गौसे आजम की", रज्जब रजा ने " ईमानो अकीदत की यह ताबीर नहीं है सीने में मदीने की जो तस्वीर नहीं है", महबूब गौहर अशरफी ने " आंसू न बहाए रोए नहीं दिन फिरने वाले हैं सबके ", फिदा हुसैन बलरामपुरी ने "असगर की तबस्सुम का असर बोल रहा था नेज़े पे ये शब्बीर का सर बोल रहा था मेरा इस्लाम रहेगा मेरा इस्लाम रहेगा" पढ़कर महफिल में समा बांध दी। इसके बाद अंबर मुशाहिदी ने अपने नातिया कलाम " वाह क्या जूदों करम है सहबतहा तेरा" से लोगों को नारे तकबीर नारे रिसालत लगाने पर मजबूर कर दिया।
इसके बाद खिताबत के लिए आए मौलाना बदरुद्दोजा नईमी ने नबी की सीरत और गोसे पाक के जीवन के बारे में विस्तार से बताया। अंत में मौलाना डॉ शकील अहमद ने गोसे पाक के सीरत व किरदार को अमल में लाने के लिए लोगों से कहा और उनके जीवन में घटित घटनाओं के बारे में लोगों को विस्तार से बताया।
कारी सद्दाम हुसैन, मौलाना बेलाल अहमद, मौलाना इब्राहिम,हाफिज जैनुल्लाह, हाफिज उस्मान, हाफिज मुनव्वर, प्रधान प्रतिनिधि जिभियांव सदरुद्दीन, मोहम्मद नईम,ताज मोहम्मद, परवेज अहमद, गौहर अली, तहव्वर अली, कमरुज्जमा,ग्यासुद्दीन, बदरुद्दीन, सेराज अहमद,जुबेर अहमद,तबारकुल्लाह, मौलाना रियाज़,हसमत अली, अकबर अली,अब्दुल हई, दाखिल होदा, शमीम अहमद,दौलत अली, चौकी प्रभारी कुदरहा सुरेश कुमार, हे0 का0 अशोक, आदि लोग मौजूद रहे।
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