ग़ज़ब है यूपी में कांग्रेस की राजनीति, नहीं ढूढ़ पा रहे जिलाध्यक्ष Congress politics in UP is amazing, unable to find District President
डेस्क: उत्तर प्रदेश में नगर निकाय की अधिसूचना जारी होने के साथ ही आदर्श चुनाव आचार संहिता का पालन कराने में प्रशासन जुट गया है। इसके साथ ही जिले के 9 नगर पंचायतों और एक नगर पालिका में अध्यक्ष और सभासद पद पर होने वाले चुनाव की सरगर्मी बढ़ गई है, लेकिन अभी तक किसी भी दल ने अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। दावेदार पार्टी के बड़े नेताओं की गणेश परिक्रमा करने में जुटे हैं। सबसे विकट स्थिति कांग्रेस की है। यहां पिछले करीब 9 माह से जिला अध्यक्ष का पद खाली चल रहा है। पार्टी के बड़े नेता जिले के सभी नगर निकाय में चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं, लेकिन उन्हें ढूढे से प्रत्याशी नहीं मिल रहे हैं। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे अंकुर वर्मा त्यागपत्र देने के बाद से ही नगर पालिका परिषद चुनाव को लेकर सक्रिय हैं, और महिला सीट होने के कारण निर्दल के रूप में अपनी पत्नी को चुनावी समर में उतार दिया है। भाजपा, सपा, बसपा से चुनाव लड़ने वाले संभावित दावेदार सोशल मीडिया पर छाए हुए है। लेकिन कांग्रेस से संभावित दावेदार अभी कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं।
2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले हो रहे निकाय चुनाव को सभी राजनीतिक दलों के लिए सेमीफाइनल माना जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी इस निकाय चुनाव में पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में है, समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदार भी मैदान में ताल ठोक रहे हैं, वहीं जिलाध्यक्ष विहीन कांग्रेस के पीसीसी सदस्य प्रेम शंकर द्विवेदी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों से आवेदन मांगे हैं। दावा किया है कि कांग्रेस जिले की सभी नगर पंचायतों और नगर पालिका की सीट पर चुनाव लड़ेगी।
Post a Comment