फाइलेरिया से बचाव की दवाओं का सेवन कर खुद व परिवार को बचाएं- सीएमओ
बस्ती: अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण बस्ती मंडल डॉ. नीरज पांडेय ने कहा कि फाइलेरिया रोग एक बार हो जाने पर इसका इलाज संभव नहीं है। इस रोग से बचाव ही सबसे ज्यादा उपयुक्त है। बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर साल माँस इस एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है, इसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लाभार्थियों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाते हैं। इस साल यह कार्यक्रम 10 अगस्त से 28 अगस्त तक चलेगा। अभियान की सफलता के लिए लोगों का रोग की गम्भीरता व दवा खाने से होने वाले फायदे के प्रति जागरूक होना जरूरी है। लोगों को जागरुक करने में मीडिया की काफी अहम भूमिका है। प्रिंट, इलेक्ट्रानिक व वेब पोर्टल से जुड़े मीडिया के लोग अभियान को सफल बनाने के लिए आगे आएं। एडी हेल्थ ने यह बातें जीआईसी स्थित एक होटल के सभागार में सोमवार को आयोजित मीडिया संवेदीकरण कार्यशाला में कही। स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च( सीफार ) संस्था के सहयोग से कार्यशाला आयोजित की गई। एडी ने कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी को शपथ भी दिलवाई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरपी मिश्रा ने कहा कि फाइलेरिया रोग के समूल उन्मूलन के लिए सभी लाभार्थियों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाना सुनिश्चित किया जाए। मीडिया कर्मियों से अपील किया कि वह मीडिया के माध्यम से जन-समुदाय में दवा खाने से होने वाले फायदे को अधिक से अधिक प्रचारित करें। साल में एक बार दवा खाने से पूरे साल सुरक्षा कवच बना रहता है। खुद दवा खाए व परिवार को भी दवा खिलवाएं।
आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि सभी चिकित्सकों का दायित्व है कि वह इलाज के साथ लोगों को बीमारियों से बचाव के लिए भी जागरूक करें। संगठन पहले की तरह एमडीए अभियान में पूरा सहयोग प्रदान करेगा। आचार्य पंडित अम्बिका प्रसाद मिश्र ने कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए जरूरी है कि बीमारियों से बचाव किया जाए। पोलियो और कोरोना की तरह देश से फाइलेरिया को समाप्त करने के लिए सभी लोग देवा जरूर खाएं। मौलाना रियाज अहमद बरकाती ने कहा कि तदरुस्ती हजार नियामत है। किसी के बहकावे में न आकर सभी लोग अपने गांव की आशा वर्कर से दवा मांगकर जरूर खाएं।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी वेक्टर बार्न डिजीज डॉ. एके मिश्रा ने कहा कि इस रोग से कोई मरता तो नहीं है, लेकिन समस्या बढ़ने पर रोगी दिव्यांग हो सकता है। घर का कमाऊ व्यक्ति होने पर उससे पूरे परिवार की रोजी रोटी प्रभावित हो सकती है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर अपने सामने ही दवा खिलवाएंगे। किसी को दवा दी नहीं जाएगी।
दवाओं का सेवन खाली पेट नहीं करना है। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर रूप से बीमार लोगों को दवा नहीं खानी है। यह दवा पूरी तरह सुरक्षित है। किसी को दवा खाने के बाद उल्टी, चक्कर, खुजली या जी मिचलाने जैसे लक्षण होते हैं तो यह इस बात का प्रतीक है कि उस व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के परजीवी मौजूद हैं। ऐसे लक्षण दवाओं के सेवन के उपरांत शरीर के भीतर परजीवियों के मरने के कारण पैदा होते हैं। किसी भी गम्भीर परिस्थिति के लिए प्रशिक्षित रैपिड रिस्पॉन्स टीम (आरआरटी) बनाई गई है । आवश्यकता पड़ने पर आरआरटी को उपचार के लिए तुरंत बुलाया जा सकता है।
पॉथ संस्था की प्रतिनिधि डॉ सुचेता ने बताया कि विश्व में दीर्घकालिक दिव्यांगता का दूसरा सबसे बड़ा कारण फाइलेरिया है। बीमारी हो जाने पर इसका सम्पूर्ण इलाज नहीं हो पाता है। रोग से प्रभावित अंग के साफ सफाई और व्यायाम से इसे सिर्फ नियंत्रित किया जा सकता है। एमडीए अभियान के दौरान पांच साल तक लगातार साल में एक बार फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया जाए तो बीमारी से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि चुनाव की तर्ज पर इस बार दवा खिलाने के बाद लाभार्थी की उंगली पर निशान भी लगाया जाएगा।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे जिला मलेरिया अधिकारी आइए अंसारी ने बताया कि वर्ष 2023 में 10 मरीज मिले हैं। जिले में हाथी पाव के कुल 809 मरीज हैं। इन मरीजों को मॉर्बिडिटी मैनेजमेंट के तहत सहायता प्रदान की गई है। 447 हाईड्रोसील वाले मरीज हैं, जिसमें से 308 का ऑपरेशन हो चुका है।
जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी राजेश चौधरी ने बताया कि 28.80 लाख लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य है। 2305 टीम तैयार की गई है। स्थानीय मीडिया कर्मियों के अलावा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ, पीसीआई, सीफार संस्था के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
मीडिया से मिला आश्वासन
प्रिंट एवं इलैक्ट्रानिक एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री संतोष तिवारी ने मीडिया की तरफ से स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों को भरोसा दिलाया कि एमडीए कार्यक्रम के दौरान पूरा सहयोग रहेगा। कार्यशाला को काफी ज्ञानर्धक बताते हुए विभाग का आभार जताया।
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