Bahraich news : सिंचाई विभाग के दिहाड़ी चौकीदार को हाथियों ने रौंद कर मार डाला कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के गिरजापुरी कॉलोनी का मामला
सिंचाई विभाग के दिहाड़ी चौकीदार को हाथियों ने रौंद कर मार डाला
कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के गिरजापुरी कॉलोनी का मामला
सूचना पाकर मौके पर पहुंची सुजौली पुलिस और वन विभाग की टीम
52 वर्षीय चौकीदार देवेश्वर की जंगली हाथियों के हमले में हुई मौत
मामले पर बोले वन क्षेत्राधिकारी अनूप कुमार हाथियों के हमले से बचाव हेतु ग्रामीणों को किया जा रहा जागरूक
वन क्षेत्राधिकारी के द्वारा मृतक के परिजनों को दी गई पांच हजार की आर्थिक मदद
बहराइच जिले के सुजौली थाना अंतर्गत गिरिजापुरी सिंचाई कॉलोनी के डी ब्लॉक निवासी 52 वर्षीय देवेश्वर पुत्र लक्ष्मण प्रसाद सिंचाई विभाग में दिहाड़ी मजदूरी पर चौकीदारी व रखवाली का काम करते थे। देवेश्वर अपने भतीजे राकेश के परिवार के साथ रहते थे। प्रतिदिन की तरह देवेश्वर शुक्रवार रात 9 के आसपास नित्य क्रिया के लिए आवास के सामने जंगल के किनारे लगी झाड़ियों के पास गए, लेकिन वापस नहीं लौटे। काफी देर तक न लौटने पर परिवार के लोगों ने खोजबीन शुरू की, लेकिन जब परिवारजन कॉलोनी के लोगों के साथ खोज कर रहे थे तभी हाथियों की चिंघाड़ सुनाई पड़ी। अंधेरा होने के साथ जंगल का क्षेत्र होने के कारण रात में परिवार के लोग ज्यादा दूर तक खोज नहीं कर सके।
भतीजे राकेश ने बताया कि शनिवार सुबह जब 6 बजे फिर कॉलोनी के लोगों के साथ चाचा देवेश्वर की तलाश शुरू की गई तो आवास के सामने स्थित जंगल की झाड़ियों के अंदर खून से लथपथ क्षत विक्षत लाश मिली। इस पर परिवार के लोग बिलख पड़े। वहीं कुछ दूरी पर मौजूद जंगली हाथी चिंघाड़ने लगे। किसी तरह परिवार के लोग मौके से जान बचाकर खिसके।
तत्काल घटना की सूचना पुलिस और वन विभाग को दी गई रेंजर अनूप कुमार, वन दरोगा मयंक पांडेय और सुजौली थानाध्यक्ष सौरभ सिंह, उपनिरीक्षक शंकर प्रसाद प्रसाद कांस्टेबल अकरम,कास्टेबल राजेश राणा आदि मौके पर पहुंचे। वन विभाग की मौजूदगी में पुलिस ने लाश को कब्जे में लिया। वन क्षेत्राधिकार अनूप कुमार ने बताया कि आसपास हाथियों के पद चिन्ह मिले हैं, जिससे लग रहा है कि हाथियों के हमले में देवेश्वर की जान गई है। वन क्षेत्राधिकारी ने कहा कि सुबह भी लोगों ने हाथियों की चिंघाड़ सुनी है, ऐसे में लोगों को सजग रहने की सलाह दी गई है साथ ही क्षेत्र में बनकर्मियों की गश्त बढ़ा दी गई है। साथ ही वन क्षेत्राधिकारी अनूप कुमार ने बताया की हाथियों की मूवमेंट पर लगातार नजर रखी जा रही है इसके साथ-साथ जंगल के आसपास स्थित गांव में ग्रामीणों को जंगल की ओर न जाने के लिए जागरूक किया जा रहा है वन विभाग की तरफ से पीड़ित परिवार को पांच हजार की आर्थिक मदद भी दी गई है
वही इस दौरान मौके पर पहुंचे WWF के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी दबीर हसन ने बताया कि मृतक के परिवार जनों को दस हजार की आर्थिक मदद दी जाएगी
हाथियों के हमले में अधेड़ की मौत के बाद क्षेत्र के लोग दहशत में है।
बीते वर्ष हाथियों के हमले में हुई थी इनकी मौत
आपको बताते चलें कि बीते वर्ष हाथियों के हमले में दो मौते हुई थी 10 जनवरी 2022 को कतर्नियाघाट रेंज के बर्दिया गांव निवासी सुरेश को खेत की रखवाली के दौरान हाथियों ने रौंद कर मार डाला था। इसके बाद बिछिया कतर्नियाघाट रेंज के सदर बीट अंतर्गत कुरकुरी कुआं गांव में सरयू नहर चमन चौराहा पुल के पास जंगली हाथियों ने बिहारीपुरवा गांव निवासी चित्रकार ग्रामीण मैनेजर उर्फ राधेश्याम(60) पुत्र छोटकऊ को मौत के घाट उतारा था। इस साल पुनः हाथियों का हमला शुरू होने के बाद लोग दहशत जदा है
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