Bahraich news: अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद के नेपाल प्रमुख नियुक्त हुये मयालु। मिहींपुरवा में साहित्यकारों ने दी शुभकामनाएं नेपाल देश में हिंदी उत्थान हेतु काफी सक्रिय रहे हैं आनंद गिरि मयालु। पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम में सक्रियता के कारण कर्तनिया से रहा है जुड़ाव।
अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद के नेपाल प्रमुख नियुक्त हुये मयालु। मिहींपुरवा में साहित्यकारों ने दी शुभकामनाएं
नेपाल देश में हिंदी उत्थान हेतु काफी सक्रिय रहे हैं आनंद गिरि मयालु।
पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम में सक्रियता के कारण कर्तनिया से रहा है जुड़ाव।
मिहींपुरवा/बहराइच - हिंदी भाषा, साहित्य, कला और संस्कृति के विकास के लिए विश्व स्तर पर कार्य कर रही संस्था " अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद " की ओर से अपनी कार्य समिति का विस्तार किया गया है जिसके तहत नेपाल के युवा कवि, लेखक, पत्रकार, साहित्यकार और समाजसेवी आनन्द गिरि मायालु को संस्था का " नेपाल प्रमुख " नियुक्त किया गया है।
साहित्य के साथ साथ पर्यावरण के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने वाले आनंदगिरि मयालु के अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद के नेपाल प्रमुख नियुक्त होने पर नेपाल सीमा से सटे कर्तनिया प्रभाग ले साहित्यकारो ने हर्ष व्यक्त किया है। मिहींपुरवा निवासी वरिष्ठ साहित्यकार एम. रशीद ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय हिंदी परिषद विगत कई वर्षों से भारत के सभी राज्यों में साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन कर हिंदी भाषा को राष्ट्र भाषा घोषित किए जाने की मांग करती आई है।
कवि आनन्द गिरि मायालु के हिंदी भाषा के उत्थान तथा प्रचार प्रसार में उल्लेखनीय योगदान को देखते हुए नेपाल प्रमुख नियुक्त किया गया है।
कवि, लेखक, पत्रकार तथा साहित्यकार आनन्द गिरि मायालु विगत कई वर्षों से नेपाल में नेपाली, हिंदी तथा अवधी भाषा, साहित्य, कला एवं संस्कृति के विकास के लिए कार्य करते आएं हैं। दो पत्रिकाओं का सफल संपादन किया है। देश विदेश से दर्जनों सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। श्री रशीद ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण एवं साहित्य सेवा ये दो ऐसे कार्य है जो व्यक्ति को क्षेत्र भाषा जात धर्म से हटा कर आपसी प्रेम सद्भावन के धागे में बांधते है। यही कारण है कि नेपाल निवासी आनंदगिरी मयालु को परिषद का नेपाल प्रमुख बनने पर भारत के साहित्यकारों में भी हर्ष व्याप्त है।
अंतर्राष्ट्रीय हिंदी परिषद के संस्थापक अध्यक्ष ह्रदय नारायण मिश्रा ने कवि मायालु को नियुक्ति पत्र प्रदान कर हिंदी तथा देवनागरी लिपि के प्रचार प्रसार की नेपाल प्रमुख की जिम्मेदारी प्रदान की है।
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