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दिल्ली पब्लिक सीनियर स्कूल और यूरो किड्स प्री स्कूल में डांडिया पर जमकर झूमें लोग



बस्ती: दिल्ली पब्लिक सीनियर स्कूल और यूरो किड्स प्री स्कूल में डांडिया का उत्सव 4 अक्टूबर 2025 को धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक अमर मणि पांडेय  ने दीप प्रज्वलित कर माता की आराधना करके कार्यक्रम की शुरुआत की।

विद्यालय के प्रधानाचार्या अर्चना पांडेय  ने अपने संबोधन में कहा कि डांडिया का यह पर्व हमें मां की आराधना के लिए मनाते हैं और हमें शक्ति और साहस की देवी मां दुर्गा के प्रति सम्मान और उनके महत्व को समझने का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि इस पर्व के माध्यम से हम अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रखते हैं और अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और उत्साह का संचार करते हैं। उन्होंने सभी विद्यार्थियों और अध्यापकों को बधाई दी और कहा कि ऐसे आयोजन हमें अपनी जड़ों से जुड़ने और अपनी संस्कृति के प्रति गर्व महसूस करने का अवसर प्रदान करते हैं।



प्रशासनिक प्रभारी दिव्या पाठक ने कहा कि डांडिया के माध्यम से हम अपनी संस्कृति और परंपरा को जीवंत रखते हैं और इससे हमें अपनी जड़ों से जुड़ने का अवसर मिलता है, साथ ही यह हमें अपने समाज में एकता और सौहार्द्र का संदेश फैलाने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन हमें अपनी विरासत के प्रति गर्व महसूस कराते हैं और हमें अपनी संस्कृति को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने की प्रेरणा देते हैं।

उप-प्रधानाचार्य दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि यह पर्व हमें एकता और अखंडता का संदेश देता है और हमें अपने समाज और परिवार के साथ मिलकर उत्सव मनाने का अवसर प्रदान करता है, जिससे हमारे रिश्ते और मजबूत होते हैं।

इस अवसर पर विद्यालय के सभी अध्यापकगण उपस्थित थे, जिनमें नीलम चौधरी, लक्ष्मी वर्मा, पूजा शुक्ला, ऋचिका सिंह, संजू सिंह, अंकिता श्रीवास्तव, रिया सिंह, सुमन गुप्ता, आकांक्षा मिश्रा, अयाज अहमद, अभिनव प्रजापति, नंदिनी, आफताब शेख आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रतियोगिता में सभी विद्यार्थियों और उनके पेरेंट्स उपस्थित थे, सभी ने बहुत एंजॉय किया।

विद्यालय के प्रबंधक अमर मणि पांडेय ने सभी को डांडिया की शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह पर्व हमें आगे बढ़ने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति और परंपरा को संजो कर रखना चाहिए और आगे भी ऐसे आयोजनों के माध्यम से अपनी विरासत को जीवंत रखना चाहिए। उन्होंने सभी विद्यार्थियों और अध्यापकों की कड़ी मेहनत और समर्पण की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजन विद्यालय के लिए गर्व का विषय हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भविष्य में भी विद्यालय इसी तरह अपनी संस्कृति और परंपरा को आगे बढ़ाता रहेगा और अपने विद्यार्थियों को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए प्रेरित करता रहेगा।

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