ऑपरेशन के बाद आयुष और गुलशन के चेहरे पर आई मुस्कान
महमूद आलम
नि:शुल्क हुआ होंठ का ऑपरेशन तो परिजन हुए निहाल
आरबीएसके की टीम ने जन्मजात क्लेफ्ट लिप दोनों बच्चों को किया था चिन्हित
आयुष का गोरखपुर में तथा गुलशन का लखनऊ में हुआ सफल आपरेशन
महराजगंज 26 जुन 2022
कटे होंठ की मारी से पीड़ित आयुष मौर्य (करीब साढ़े छह माह) तथा गुलशन गौतम ( करीब तीन साल) के चहरे पर चिकित्सकों के प्रयास से मुस्कान आ गयी। वहीं सरकारी खर्चे पर हुए सफल आपरेशन से दोनों के परिजन भी निहाल हो गए। वह लोग खुश हैं कि उनके बच्चों का निःशुल्क ऑपरेशन हो सका है। दोनों जन्मजात होंठ कटे के मरीज थे।
बृजमनगंज ब्लाॅक के ग्राम पंचायत खम्हरियां बुजुर्ग निवासी आयुष मौर्य के पिता शिव गनेश मौर्य और उनका परिवार बच्चे की बच्चे की बीमारी को लेकर चिंतित रहता था कि कैसे बच्चे का होंठ ठीक होगा।
बृजमनगंज ब्लाॅक की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम ( आरबीएसके) के चिकित्सक डाॅ.मंजय शर्मा की टीम 30 मई को आंगनबाड़ी केन्द्र खम्हरियां बुजुर्ग पहुंची, आयुष को देखा। टीम ने परिजनों को बुलाकर ऑपरेशन कराने की सलाह दी। आरबीएसके के प्रबंधक के सहयोग से उसे आपरेशन के लिए सावित्री हास्पीटल गोरखपुर भेजा गया। जहां पर नौ जून 2022 को आपरेशन हुआ।
इसी प्रकार लक्ष्मीपुर ब्लाॅक के ग्राम पंचायत अचलगढ़ निवासी गुलशन पुत्र लालजी गौतम को भी जन्मजात बीमारी थी। परिजन सबसे पहले गुलशन को सिद्धार्थनगर के एक निजी अस्पताल ले गए। वहां बताया गया कि लखनऊ में बच्चे का नि:शुल्क आपरेशन हो जाएगा। गुलशन का पंजीकरण आंगनबाड़ी केन्द्र अचलगढ़ पर भी है, 18 फरवरी 2022 को आरबीएसके लक्ष्मीपुर के डाॅ.मोहम्मद उमर खां और डाॅ. सालिनी की टीम आंगनबाड़ी केन्द्र अचलगढ़ पहुंची। गुलशन को देखा तथा 10 मार्च को ऑपरेशन के लिए सिप्स हास्पीटल लखनऊ के लिए रेफर किया गया। बीते छह अप्रैल 2022 को बच्चा भर्ती हुआ और सात अप्रैल को आपरेशन हुआ तथा आठ अप्रैल को डिस्चार्ज हुआ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर राकेश कुमार, आरबीएसके के डिस्ट्रिक्ट्र अर्ली इनवेंशन सेंटर ( डीईआईसी) प्रबंधक डाॅ.कमरूज्जमा लारी तथा आरबीएसके की टीम के प्रयास से ही उक्त दोनों बच्चों का सफल और निःशुल्क आपरेशन हो सका है। स्वास्थ्य विभाग ऐसे बच्चों के नि:शुल्क इलाज के लिए सतत प्रयत्नशील रहता है। ताकि गरीबों को सरकारी सुविधा का लाभ दिलाया जा सके।
आरबीएसके प्रबंधक डाॅ. कमरूज्जमा लारी ने बताया कि योजना के तहत 44 बीमारियों का नि:शुल्क इलाज होता है, जिसमें कटे होंठ व तालू की सर्जरी भी शामिल है। योजना का लाभ आंगनबाड़ी केन्द्रों और सरकारी स्कूल में पंजीकृत बच्चों को विशेष तौर पर मिल रहा है। संस्थागत प्रसव के तहत जन्म लेने वाले बच्चों को भी योजना का लाभ दिया जा रहा है। बच्चों के इलाज में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के जनपदीय सलाहकार शिवेन्द्र प्रताप श्रीवास्तव भी सहयोग कर रहे हैं।
गुलशन की मां ज्ञानमती ने तथा आयुष के पिता शिव गनेश ने बताया कि वह दोनों सरकारी व्यवस्था से बहुत खुश हैं। बच्चों के होंठ का आपरेशन कराने के लिए उनके पास धन नहीं था।उनके बच्चे भी अब सामान्य बच्चों की तरह दिखने लगे हैं।
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छह और किए गए रेफर
आरबीएसके के डीईआईसी मैनेजर ने बताया कि कटे होंठ से पीड़ित बच्चों में मिठौरा ब्लाॅक के आर्यन, सदर ब्लाॅक के आदित्य, बृजमनगंज ब्लाॅक के रमजान तथा नौतनवा ब्लॉक की समीक्षा, रूद्र कुमार तथा अंकित को भी आपरेशन के लिए रेफर किया गया हैं।
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