प्रशिक्षण में नवागत बीईओ गरिमा यादव ने शिक्षकों को किया सम्बोधित
महमूद आलम
महाराजगंज/ नई शिक्षा नीति 2020 के तहत पनियरा बीआरसी पर बेसिक शिक्षकों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान की प्रशिक्षण का आयोजन विगत तीन माह से किया जा रहा है। कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रख कर दो बैच में चालिस-चालिस शिक्षकों को चार दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के अंतिम बैच का प्रशिक्षण आज वृहस्पतिवार को समापन हुआ। प्रशिक्षण में नवागत बीईओ गरिमा यादव ने शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के मुख्य घटक मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान को पूरे भारत में लागू करने के लिए निपुण भारत अभियान को प्रदेश में लागू किया गया है। बताया कि छात्रों के जीवन के पहले 6 वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। इन वर्षों में छात्र बहुत कुछ सीख सकते हैं तथा भाषाओं और संख्यायों का ज्ञान इस उम्र में प्राप्त करने से जीवनपर्यंत काम आता है। गरिमा यादव ने शिक्षकों से प्रशिक्षण का फीडबैक लिया और उत्साहवर्धन भी किया। ए०आर०पी० महेंद्र चौहान, संजय यादव, संजय पासवान व प्रशिक्षक वरेश कुमार ने बी०ई०ओ० गरिमा यादव का स्वागत व आगमन पर अभिनन्दन किया। वरिष्ठ ए०आर०पी० महेंद्र चौहान ने कहा कि नई शिक्षानीति 2020 में बच्चों की बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान तथा भाषा शिक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया है। विकास खण्ड पनियरा में 18 बैचों में लगभग 600 प्राथमिक स्तर के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षक वरेश कुमार ने पीपीटी के द्वारा ने नई शिक्षा नीति में बदलाव, एफ एल एन की मुख्य दक्षता और निपुण भारत के उद्देश्य, बच्चों के सीखने के प्रमुख सिद्धांत, मौखिक भाषा विकास और आंकलन विषय पर खेल व गतिविधि के माध्यम से प्रकाश डाला। ए०आर०पी० संजय यादव ने संख्या ज्ञान, बुनियादी गणित संसाधन और अवधारणा पर प्रकाश डाला। ए आर पी संजय पासवान ने डिकोडिंग, पठन, लेखन विकास पर विस्तार से चर्चा किया। प्रशिक्षक एवं के०आर०पी० वरेश कुमार ने बताया कि बच्चे मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान में निपुण हो सके एवं उन्हें जीवन में आगे चलकर जटिल समस्याओं को समझने में आसानी हो। इसके अंतर्गत कक्षा एक के विद्यार्थियों के लिए पहले महीने विद्या प्रवेश कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। छात्रों के जीवन के पहले 6 छः वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। इन वर्षों में छात्र बहुत कुछ सीख सकते हैं तथा भाषाओं और संख्यायों का ज्ञान इस उम्र में प्राप्त करने से जीवनपर्यंत काम आता है। अंत में राष्ट्र गान के साथ इस बैच का समापन हुआ। कार्यक्रम में संजय मौर्या, धर्मेंद्र पाल, श्रीकांत राय, बालमुकुंद चौरसिया, यशोदा मौर्या, लालता सिंह, राजेशधर द्विवेदी, राजेश यादव, दिव्या, रशिम त्रिपाठी, पूनम, अपूर्वा, गुरु दयाल आदि उपस्थित रहे।
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