30 जून तक चलेगा ' पानी नहीं, केवल स्तनपान ' अभियान
महराजगंज/छह माह तक के शिशुओं को केवल स्तनपान सुनिश्चित कराने के लिए अभियान शुरू किया गया है। दस मई से शुरू यह अभियान आगामी 30 जून तक चलेगा। अभियान का मुख्य उद्देश्य ' पानी नहीं, केवल स्तनपान ' का संदेश देना है। इसके लिए बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग ने कार्य योजना तैयार कर ली है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी( डीपीओ) दुर्गेश कुमार ने बताया कि माँ का दूध शिशु के लिए अमृत समान है। शिशु और बाल मृत्यु दर में कमी लाने के लिए यह जरूरी है कि जन्म के एक घंटे के अंदर शिशु को स्तनपान शुरू करा दिया जाए। छह माह की आयु तक बच्चे को सिर्फ और सिर्फ स्तनपान ही कराया जाए। माँ का दूध बच्चे के लिए संपूर्ण आहार है. किसी माँ और परिवार को लगता है कि स्तनपान शिशु के लिए पर्याप्त नहीं है तो वह बच्चे को अन्य चीजें जैसे घुट्टी, शहद और पानी पिला देती हैं, जो गलत है। स्तनपान से ही शिशु की पानी की आवश्यकता पूरी हो जाती है।माँ के दूध में अन्य पौष्टिक तत्वों का साथ साथ करीब 90 प्रतिशत पानी की मात्रा होती है।
उन्होंने कहा कि माँ और परिवार को गर्मियों में लगता है कि शिशु का मुँह सूख रहा होगा और वयस्कों की तरह उसे भी पानी की आवश्यकता होगी। यह समझ कर बच्चे को पानी देना शुरू कर देते हैं, जो शिशु के स्वस्थ जीवन के लिए घातक सिद्ध होता है। ऐसे में स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए 30 जून तक विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
कार्य योजना के मुताबिक मई माह के तृतीय सप्ताह में विकास खंड स्तर पर अभियान की पाक्षिक समीक्षा की जाएगी, गृह भ्रमण के दौरान धात्री महिलाओं को स्तनपान कराने के लिए प्रेरित किया जाएगा, ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस( वीएचएसएनडी) सत्र पर 'ट्रिपल ए' द्वारा अभियान का संदेश दिया जाएगा।
मई माह के चौथे सप्ताह में पंचायत प्रतिनिधियों, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी,आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व स्वयं सहायता समूहों की सामुदायिक बैठक की जाएगी। रैली, गृह भ्रमण तथा दीवार लेखन का कार्य होगा। वीएचएसएनडी पर स्तनपान संबंधी संदेश दिया जाएगा।
जून माह के प्रथम सप्ताह में जनपद स्तरीय मासिक समीक्षा, सामुदायिक बैठक, गृह भ्रमण, स्वयं सहायता समूहों की बैठक तथा वीएचएसएनडी पर संदेश दिया जाएगा। दूसरे सप्ताह में ग्राम सचिवों, पंचायत प्रतिनिधियों 'ट्रिपल ए ' स्वयं सहायता समूहों की ग्राम स्तरीय सामुदायिक बैठक होगी।
तीसरे सप्ताह में एसडीएम की अध्यक्षता में पाक्षिक बैठक, आशा, आंगनबाड़ी और स्वयं सहायता समूहों की संयुक्त बैठक होगी जबकि चतुर्थ सप्ताह में भी आशा, आंगनबाड़ी तथा स्वयं सहायता समूहों की बैठक और गृह भ्रमण के दौरान स्तनपान का संदेश दिया जाएगा । जनपद स्तर पर अभियान की समीक्षा बैठक की जाएगी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी( डीपीओ) ने बताया कि अभियान को प्रभावी बनाने के लिए सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों, मुख्य सेविकाओं तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिशा निर्देश जारी कर दिया गया है।
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राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण ( एनएफएचएस-5) की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में छह माह तक के शिशुओं में स्तनपान की दर -59.7 प्रतिशत
भारत में स्तनपान की दर- 63.7 प्रतिशत
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जिले में पंजीकृत हैं करीब 31 हजार धात्री महिलाएं
डीपीओ ने बताया कि जिले में करीब 31 हजार धात्री महिलाएं पंजीकृत हैं। अभियान के दौरान इन सभी महिलाओं का फॉलोअप किया जाएगा, ताकि वह छह माह तक के शिशुओं को सिर्फ और सिर्फ स्तनपान कराना सुनिश्चित करें।
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