श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन भगवान के अवतार व समुद्र मंथन की कथा सुन मंत्रमुग्ध हुए लोग
बस्ती। साल्टौवा ब्लॉक के लेदवा गांव में चल रहे संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन प्रसिद्ध कथा वाचक पंo देवस्य मिश्र जी महाराज ने भगवान के चौबीस अवतारों की कथा के साथ-साथ समुद्र मंथन की बहुत ही रोचक एवं सारगर्भित कथा सुनाते हुए कहा कि यह संसार भगवान का एक सुंदर बगीचा है। यहां चौरासी लाख योनियों के रूप में भिन्न- भिन्न प्रकार के फूल खिले हुए हैं। जब-जब कोई अपने गलत कर्मो द्वारा इस संसार रूपी भगवान के बगीचे को नुकसान पहुंचाने की चेष्टा करता है तब-तब भगवान इस धरा धाम पर अवतार लेकर सजनों का उद्धार और दुर्जनों का संघार किया करते हैं । उन्होंने कहा कि जिसके अंदर के दानव जीत गया उसका जीवन दु:खी, परेशान और कष्ट कठिनाइयों से भरा होगा और जिसके अंदर के देवता जीत गया उसका जीवन सुखी, संतुष्ट और भगवत प्रेम से भरा हुआ होगा । इसलिए हमेशा अपने विचारों पर पैनी नजर रखते हुए बुरे विचारों को अच्छे विचारों से जीतते हुए अपने मानव जीवन को सुखमय एवं आनंद मय बनाना चाहिए । कथा के दौरान मुख्य यजमान बुद्धि राम तथा अवधेश ने पूजा अर्चना कर लोगों में प्रसाद वितरण भी किया।
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