Bahraich News: किराया न होने पर कंडक्टर ने जंगल में बच्चों को उतारा ,रूपैडिहा से हरिद्वार जाने वाली रोडवेज बस में हुए थे सवार
Bahraich News: किराया न होने पर कंडक्टर ने जंगल में बच्चों को उतारा
रूपैडिहा से हरिद्वार जाने वाली रोडवेज बस में हुए थे सवार
गश्त के दौरान जंगल में थानाध्यक्ष को सड़क के किनारे खड़े मिले बच्चे
नेपाल के चिसापानी से पहुंचे थे रुपईडीहा, हरिद्वार में मजदूरी कर रहे बाबा के पास जाना चाहते थे बच्चे
मिहीपुरवा (बहराइच) रूपैडिहा से हरिद्वार जाने वाली किसी बस में बुधवार की रात नेपाल के चिसापानी के दो बालक बैठ गए। किराया न होने पर बस के कंडेक्टर ने कतर्नियाघाट जंगल में बस से उतार दिया। दोनों बच्चे सड़क के किनारे खडे़ थे। इसी दौरान गश्त पर निकले मोतीपुर के प्रभारी निरीक्षक श्रीधर पाठक ने बच्चों को खाना खिलाकर देहात संस्था को सौंप दिया है।
थानाध्यक्ष ने बताया कि वे बुधवार की रात 11 बजे गश्त कर रहे थे। तभी कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के मोतीपुर रेंज में जंगल में दो छोटे बच्चे खड़े मिले। पूछताछ के दौरान बच्चों ने अपना नाम कार्तिक (10) पुत्र अर्जुन परिहार तथा शिवम (6) निवासी चिसापानी नेपाल बताया। बताया कि वे दोनों बिना घर पर बताए रुपईडीहा पहुंचे और नजीबाबाद हरिद्वार में मजदूरी कर रहे अपने बाबा के पास रोडवेज बस से जा रहे थे। रुपये न होने के कारण कंडक्टर ने जंगल में उतार दिया।
थानाध्यक्ष ने बताया कि बच्चे जहां खडे थे वहां जंगली खूंखार जानवरों का खतरा बराबर बना रहता है। यदि वे पहुंचे न होते तो बच्चे जंगली जानवरों का शिकार बन सकते थे। उन्होंने बताया कि देहात इंडिया की निर्मला शाही को बुलाकर बच्चों को सौंप दिया गया है। इसके बाद सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत कर परिजनों को सौंपने की कार्यवाही की जाएगी
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